21 मई को छ्त्तीसगढ़ में बस्तर के अबूझमाड़ में DRG जवानों ने 27 नहीं बल्कि 28 नक्सलियों का एनकाउंटर किया है। जवानों ने 10 करोड़ रुपए के इनामी नक्सली बसवा राजू समेत 27 के शव बरामद कर किए, जबकि एक शव नक्सली अपने साथ लेकर गए हैं। जिस टीम के साथ मुठभेड़ हुई उसमें कुल 35 नक्सली थे, 7 जिंदा बचे हैं।
दरअसल, दक्षिण सब जोनल के प्रवक्ता विकल्प ने एक प्रेस नोट जारी किया है। प्रेस नोट में लिखा है कि उनके एक साथी नीलेश का शव उनके पास है। विकल्प का कहना है कि पिछले कुछ महीने तक इस यूनिट की संख्या लगभग 60 थी। यानी बसवा राजू के साथ कुल 60 नक्सली रहते थे। लेकिन कुछ एनकाउंटर में मारे गए तो कुछ ने सरेंडर कर दिया था।
सरेंडर नक्सलियों ने दिया इनपुट
जिन्होंने सरेंडर किया उन्होंने ही पुलिस को उस ठिकाने की जानकारी दी थी। विकल्प के मुताबिक, 17 मई को नारायणपुर और कोंडागांव इन 2 जिलों की पुलिस फोर्स उस इलाके में घुसी थी। वहीं 18 मई को दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले के DRG जवानों को भी डिप्लॉय किया गया था। ये सभी 19 मई की सुबह 9 बजे तक बसवा राजू के यूनिट के नजदीक पहुंच गए थे।
ठिकाना बदल रहे थे, घेरे में फंसे
मुखबिर से संगठन को सूचना मिली थी। जिसके बाद बसवा राजू समेत यूनिट के सभी नक्सली ठिकाना बदल रहे थे। लेकिन पुलिस के साथ मुठभेड़ हो गई। 19 मई को 5 बार मुठभेड़ हुई। जिसमें उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ। जवानों ने चारों तरफ से घेर लिया था। 20 तारीख को दिनभर जवानों के घेरे को तोड़कर बाहर निकलने की कोशिश किए। लेकिन कामयाब नहीं हो पाए।
21 तारीख को फाइनल मुठभेड़ हुई। पुलिस के घेरे को तोड़ने की कोशिश किए। एक साइड भारी गोलीबारी की गई। लेकिन शेलिंग ज्यादा होने की वजह से कामयाब नहीं हो पाए। मुठभेड़ वाले दिन नक्सलियों की इस यूनिट में कुल 35 साथी थे। 28 ढेर हुए, 27 के शव पुलिस अपने साथ ले गई। 7 जिंदा बचे जिन्होंने एक शव मौके से निकाल लिया।
60 घंटे से थे भूखे
नक्सली प्रवक्ता विकल्प का कहना है कि, इस मुठभेड़ के दौरान बसवा राजू समेत उनके साथी 60 घंटे तक भूखे थे। उनके पास खाना नहीं था। पुलिस ने चारों तरफ से घेर लिया था। अब मारे गए अपने 28 साथियों के नाम जारी किए हैं।
मुठभेड़ से पहले नक्सली दंपति भी भागे
नक्सली विकल्प के प्रेस नोट में लिखा है कि मुठभेड़ से पहले उस यूनिट के नक्सल दंपति भी भाग गए थे। साथ ही सरेंडर किए नक्सलियों ने सटीक सूचना दी थी। कुछ महीनों से उस इलाके की रेकी की जा रही थी।