बीजापुर में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, 10 किलो आईईडी बरामद

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। गोरना-मनकेली मार्ग पर 10 किलो का इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बरामद कर मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। यह विस्फोटक सड़क किनारे स्टील के टिफिन बॉक्स में छिपाकर रखा गया था और करीब 70 से 80 मीटर लंबे बिजली के तार से जोड़ा गया था।

जानकारी के अनुसार डीआरजी, थाना बीजापुर और बीडीएस की टीम डिमाइनिंग ड्यूटी पर निकली थी। गश्त के दौरान जवानों को सड़क पर एक बिजली का तार दिखाई दिया। शक होने पर पूरे क्षेत्र की तलाशी ली गई। जांच में पता चला कि तार सड़क किनारे दबाए गए आईईडी से जुड़ा हुआ है। तत्काल बीजापुर बीडीएस टीम ने पूरी सतर्कता के साथ इसे सुरक्षित रूप से डिफ्यूज कर दिया।

सुरक्षा बलों का मानना है कि नक्सली इस विस्फोटक को सुरक्षाबलों के मूवमेंट के दौरान सक्रिय कर बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। लेकिन जवानों की चौकसी ने नक्सलियों की यह योजना विफल कर दी। इस कार्रवाई से न केवल सुरक्षाबलों की जान बची बल्कि आम लोगों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हुई, क्योंकि इस मार्ग का उपयोग ग्रामीण रोजाना आवाजाही के लिए करते हैं।

बीजापुर और आसपास के इलाकों में नक्सली लगातार आईईडी लगाकर सुरक्षा बलों को निशाना बनाने की कोशिश करते रहे हैं। पिछले कई महीनों में यहां कई बार ऐसे विस्फोटक बरामद किए जा चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि नक्सली अब आईईडी को विभिन्न तरीकों से छिपाकर रखते हैं ताकि सुरक्षा बलों को भ्रमित कर सकें।

इस बरामदगी के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया है। ग्रामीणों को भी सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने के लिए कहा गया है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि नक्सली हिंसा और उनके जाल को खत्म करने के लिए ऐसे अभियान लगातार जारी रहेंगे।

यह कार्रवाई सुरक्षाबलों की सतर्कता और पेशेवर क्षमता का उदाहरण है, जिसने नक्सलियों की एक और खतरनाक साजिश को नाकाम कर दिया।

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