प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी का तीसरा कार्यकाल रविवार से शुरू होगा. मोदी सरकार 3.0 का शपथ ग्रहण समारोह शाम को हो रहा है. कैबिनेट विस्तार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सभी दलों को शामिल किया गया है, लेकिन अजित पवार की पार्टी एनसीपी से किसी को फोन नहीं आया है. अभी तक किसी का नाम सामने नहीं आया है. वजह सामने आई है कि प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे मंत्री पद को लेकर आपस में भिड़ गए हैं. बीजेपी आलाकमान ने उनसे कहा है कि पहले अपनी पार्टी में इस बात को लेकर जो नाराजगी है उसे दूर करें. दूसरी ओर, अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि उनकी पार्टी को राज्य मंत्री का पद दिया जा रहा था, लेकिन वे लोग कैबिनेट मंत्री मांग रहे थे. वे लोग कैबिनेट मंत्री के पद के लिए इंतजार करने के लिए तैयार हैं और शपथ ग्रहण समारोह में जा रहे हैं.
बता दें कि एनसीपी से दो लोग सांसद हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल राज्यसभा में सांसद हैं, जबकि सुनील तटकरे लोकसभा से चुने गए हैं. सूत्रों ने बताया कि इन दोनों नेताओं ने मंत्री पद के लिए एक-दूसरे पर दावा ठोका है. लेकिन दोनों में से कौन मंत्री होगा? इस संबंध में आम सहमति नहीं बन सकी. सूत्रों ने बताया कि इसी वजह से एनसीपी ने कॉल का जवाब नहीं दिया.
कैबिनेट मंत्री पद की मांग पर अड़े अजित और प्रफुल्ल
दूसरी ओर, एनसीपी नेताओं के बीच विवाद की खबरों के बात प्रफुल्ल पटेल का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि वह पहले भी सरकार में कैबनेट मिनिस्टर रह चुके हैं,अभी उन्हें राज्य मंत्री बनने के लिए कहा गया था. उन्होंने मना कर दिया है. हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है. हम सब साथ हैं.