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NDA या INDIA… 2024 में मुसलमानों के वोट किसे मिले? क्या कहता है Exit Poll का अनुमान

लोकसभा चुनाव में इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए की भारी जीत का अनुमान लगाया गया है. हालांकि, एग्जिट पोल एनडीए को मिलने वाले मुस्लिम वोटों में गिरावट का संकेत भी देते हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को लगभग 9 फीसदी मुस्लिम वोट मिले थे. 2024 के चुनाव में ये घटकर 6 फीसदी रह जाने का अनुमान है.

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दूसरी ओर, कांग्रेस के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक को मुस्लिमों के जबरदस्त वोट मिलने की उम्मीद है. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा और ‘संविधान बचाओ’ की अपील ने मुस्लिम वोटों का रुख कांग्रेस की तरफ मोड़ दिया. इस कारण इंडिया ब्लॉक को मिलने वाले मुस्लिम वोटों में जबरदस्त 24 फीसदी का उछाल होने का अनुमान है. 2019 में इंडिया ब्लॉक की पार्टियों को 52 फीसदी मुस्लिम वोट मिले थे. इस बार इन्हें 76 फीसदी वोट मिल सकते हैं.

एग्जिट पोल का डेटा बताता है कि इंडिया ब्लॉक की पार्टियों को इस बार उत्तर प्रदेश में मुसलमानों के अतिरिक्त 38 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. बीएसपी का 34 फीसदी मुस्लिम वोट डायवर्ट होकर इंडिया ब्लॉक को मिला है. बीएसपी ने अलग होकर यूपी में चुनाव लड़ा था. पार्टी ने कई मुस्लिम उम्मीदवारों को भी टिकट दिया था. लेकिन एग्जिट पोल के नतीजों से पता चलता है कि इसका मायावती की पार्टी को कुछ खास फायदा नहीं हुआ. तीन तलाक पर रोक और मुस्लिम महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कई ठोस कदम उठाने के बावजूद यूपी में एनडीए को 6 फीसदी मुस्लिम वोटों का नुकसान होने का अनुमान है.

यूपी की तरह ही बिहार में भी यही ट्रेंड देखने को मिल रहा है. यहां इंडिया ब्लॉक को मुस्लिमों के 16 फीसदी वोट ज्यादा मिलने का अनुमान है. इनमें से 5 फीसदी एनडीए और 11 फीसदी अन्य पार्टियों के वोट हैं.

पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की टीएमसी को भी दो फीसदी मुस्लिम वोटों का नुकसान होता नजर आ रहा है. झारखंड में एनडीए के 4 फीसदी और अन्य पार्टियों के 2 फीसदी मुस्लिम वोट इंडिया ब्लॉक को मिलने की उम्मीद है.

 

एनडीए को मिलने वाले अनुसूचित जनजाति (एसटी), अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और सामान्य वर्ग की जातियों के वोट बढ़ने का अनुमान है. एनडीए को मिलने वाले एसटी वोट 47% से बढ़कर 48%, ओबीसी वोट 56% से बढ़कर 58% और सामान्य जाति के वोट 60% से बढ़कर 64% होने की संभावना है. एनडीए को बाकी जातियों से मिलने वाले वोट भी चार फीसदी बढ़कर 48% होने की उम्मीद है.

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