बीजेपी ने महाराष्ट्र के राज्यपाल और वरिष्ठ नेता सीपी राधाकृष्णन को एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है. इस घोषणा के बाद जेडीयू ने भी उनका समर्थन किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, ‘महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को एनडीए का उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने के निर्णय का स्वागत है. जेडीयू उनका समर्थन करेगा. उन्हें शुभकामनाएं.’
वहीं विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक ने अभी तक अपने उम्मीदवार का नाम तय नहीं किया है. इस मुद्दे पर विपक्षी दल सोमवार को बैठक करेंगे. देखना होगा कि वे एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करते हैं या अपना प्रत्याशी उतारते हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन, नवीन पटनायक समेत विपक्ष के कई नेताओं से फोन पर बात की और उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार राधाकृष्णन के लिए समर्थन मांगा.
‘जल्द सार्वजनिक किया जाएगा निर्णय’
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने एनडीए की ओर से महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर कहा, ‘इंडिया गठबंधन के नेताओं के बीच इस मुद्दे पर कुछ दौर की चर्चा हो चुकी है और मुझे उम्मीद है कि सर्वसम्मति बनेगी. बहुत जल्द इसका निर्णय सार्वजनिक किया जाएगा.’
बीजेपी की ओर से सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाए जाने को कांग्रेस और डीएमके के लिए सीधी चुनौती माना जा रहा है, क्योंकि वह तमिलनाडु के कोयंबटूर से आते हैं और वहां से दो बार सांसद भी रह चुके हैं. हालांकि, 2024 लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु में बीजेपी का प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर रहा था.
राजनाथ सिंह ने खड़गे से मांगा समर्थन
इधर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से बातचीत कर एनडीए उम्मीदवार के लिए समर्थन मांगा है. कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों का रुख सोमवार की बैठक के बाद साफ हो पाएगा.
आंकड़ों के मुताबिक, कुल 782 सांसद उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान करने के पात्र हैं. इनमें 542 लोकसभा और 240 राज्यसभा सदस्य शामिल हैं. चुनाव में जीत के लिए किसी भी उम्मीदवार को 392 सांसदों का समर्थन हासिल करना होगा.