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NEET गोधरा धांधली केस: CBI को मिला पूरी जांच का जिम्मा, निशाने पर पूरे देश में फैला नेटवर्क

गुजरात (Gujarat) के गोधरा में नीट एग्जाम में हुई धांधली मामले की जांच की जिम्मेदारी CBI के पास चली गई है. गुजरात पुलिस की जांच के बाद अब आगे की जांच सीबीआई कर रही है. एजेंसी ने आरोपियों की कस्टडी लेते वक्त कोर्ट को बताया था कि अब जांच का रुख देशव्यापी नेटवर्क की तरफ रहेगा क्योंकि पुलिस जांच में पता चला है कि गोधरा परीक्षा सेंटर पर हुई धांधली के तार अन्य राज्यों के साथ जुड़े हुए हैं.

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सीबीआई ने कहा कि पुलिस जांच में यह सामने आया है कि दोनों परीक्षा केंद्रों का कंट्रोल संचालकों के पास था, जिसकी वजह से उन्होंने उड़ीसा, बिहार, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के परीक्षार्थियों को गोधरा का एग्जाम सेंटर पसंद करने को कहा था. इसके साथ ही उनको एग्जाम की भाषा गुजराती पसंद करने को कहा गया. इन सभी को आरोपियों ने उस राज्य की अलग-अलग लिंक से संपर्क किया था.

“जांच का दायरा बहुत बड़ा…”

सीबीआई ने यह भी कहा कि जिन लोगों की जिम्मेदारी सच्ची और निष्पक्ष परीक्षा की थी, उन्होंने ही अभ्यर्थियों को अच्छे नंबर दिलाने के लिए रुपये लिए. दूसरे राज्यों के जिन अभ्यर्थियों ने गोधरा सेंटर चुना था, उन्होंने अपने करेंट एड्रेस में जिला पंचमहल या वडोदरा दिखाया किया था. नीट परीक्षा में धांधली अंतरराज्यीय स्तर पर जुड़ी हुई. इस वजह से गोधरा पुलिस के द्वारा पकड़े हुए आरोपियों की सीबीआई कस्टडी जरूरी है. ताकि पूछताछ में बड़े षड्यंत्र के बारे में जानकारी मिल पाई क्योंकि यह एक राज्य का नहीं बल्कि ज्यादा राज्यों के साथ जुड़ा हुआ मामला दिख रहा है.

सीबीआई बताया कि आरोपी इन अभ्यर्थियों तक यह कैसे पहुंचे इसकी जांच का दायरा बहुत बड़ा है. इन चारों की पूरी कस्टडी के बाद जय जलाराम स्कूल के संचालक दीक्षित पटेल को गिरफ्तार किया और उससे भी पूछताछ की. इस दौरान सीबीआई ने गुजरात के साथ अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर जानकारी हासिल की.

अभी सीबीआई ने 6 में से पांच आरोपियों को कस्टडी में लिया हुआ है और आगे की जांच चल रही है. इसमें अंतरराज्य गिरोह या फिर बड़े षड्यंत्र के बारे में जानकारी सामने आ सकती है.

नीट धांधली में ये 5 हुए थे गिरफ्तार

गोधरा में नकल के आरोप के बाद गुजरात पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. इनमें तुषार भट्ट, रॉय, पुरुषोत्तम शर्मा, शिक्षा सलाहकार विभोर आनंद और स्कूल शिक्षकों से जुड़े मध्यस्थ आरिफ वोहरा का नाम शामिल है.

जय जलाराम स्कूल का प्रिंसिपल है पुरुषोत्तम शर्मा और तुषार भट्ट टीचर

दरअसल, पुरुषोत्तम शर्मा गोधरा के उसी जय जलाराम स्कूल में प्रिंसिपल और तुषार भट्ट टीचर हैं, जहां नीट परीक्षा में गड़बड़ी की जानकारी मिली थी. पुलिस के मुताबिक फिजिक्स टीचर तुषार भट्ट को नीट-यूजी परीक्षा केंद्र में उपाधीक्षक बनाया गया था. ये स्कूल परवाडी गांव है.

तुषार भट्ट सॉल्व करना था पेपर, 10-10 लाख रुपये में हुई थी डील

परीक्षा के दिन (5 मई 2024) जिला अतिरिक्त कलेक्टरों और जिला शिक्षा अधिकारियों की एक टीम स्कूल पहुंची और भट्ट से पूछताछ की. जब उसके मोबाइल फोन की जांच की तो 16 परीक्षार्थियों के नाम, रोल नंबर और उनके परीक्षा केंद्रों की एक सूची मिली. ये सूची सह आरोपी रॉय द्वारा भट्ट के व्हाट्सएप नंबर पर भेजी गई थी. सूची के बारे में पूछे जाने पर भट्ट ने कहा कि ये वे उम्मीदवार हैं, जिन्हें उनके केंद्र पर नीट परीक्षा देनी है. जिला शिक्षा अधिकारी किरीट पटेल ने जानकारी दी थी कि तुषार भट्ट ने कबूल किया है कि परीक्षार्थियों के प्रश्नपत्र हल करने के लिए उन्हें 10-10 लाख रुपये देने का वादा किया गया है.

तुषार भट्ट की कार से बरामद हुए थे 7 लाख रुपये, आरिफ वोरा ने की थी सेटिंग

जांच के दौरान तुषार भट्ट की कार से 7 लाख रुपये नकद बरामद किए गए थे. ये पैसे आरिफ वोरा ने उन्हें एक परीक्षार्थी को मेरिट सूची में लाने में मदद करने के लिए अग्रिम भुगतान के रूप में दिए थे. आरोपियों और कुछ नीट-यूजी परीक्षार्थी के बीच बड़ी डील भी हुई थी. परीक्षार्थियों को उन प्रश्नों को खाली छोड़ने के लिए कहा गया था, जिनके उत्तर वे नहीं जानते थे. जिला शिक्षा अधिकारी की शिकायत पर गोधरा तालुका पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी.

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