आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने CBI की टीम को लगभग दो हजार पन्नों की रिपोर्ट, 80 पन्नों की FIR, जले हुए पेपर, बरामद चेक समेत जरूरी सबूत सौंपे हैं. सोमवार को बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) के ऑफिस में प्रक्रिया पूरी करने के बाद CBI ने पेपर लीक के आरोपियों पर CBI ने शिकंजा करना शुरू कर दिया है. CBI ने जेल में बंद आरोपियों को रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. मंगलवार को CBI ने पटना स्थित स्पेशल कोर्ट में FIR की कॉपी जमा की थी. आज जेल में बंद आरोपियों को स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा और उन्हें रिमांड पर लेने की प्रक्रिया होगी. केस टेकओवर करने के बाद CBI ने पटना में स्पेशल कोर्ट के जज हर्षवर्धन सिंह की अदालत में FIR की कॉपी जमा की है.
शिक्षा मंत्रालय द्वारा NEET-UG परीक्षा में कथित गड़बड़ियों की व्यापक जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपे जाने के बाद CBI ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है. शिक्षा मंत्रालय ने शिकायत में आरोप लगाया गया है कि NEET (UG) 2024 परीक्षा के आयोजन के दौरान कुछ राज्यों में कुछ अलग-अलग घटनाएं हुईं. इसलिए शिक्षा मंत्रालय ने CBI से उम्मीदवारों, संस्थानों और बिचौलियों द्वारा साजिश, धोखाधड़ी, जालसाजी, अमानत में ख्यानात और सबूतों को नष्ट करने सहित कथित अनियमितताओं की पूरी साजिश की व्यापक जांच करने का अनुरोध किया है. नीट-यूजी पेपर लीक मामले में पटना पुलिस द्वारा 42 दिनों की जांच और उसके बाद बिहार के EOU द्वारा की गई जांच के बारे में CBI सारे अपडेट ले रही है.
NEET पेपर लीक मामले की जांच कर रही बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने जो रिपोर्ट CBI को सौंपी है. उसमें जले हुए NEET-UG प्रश्न पत्र-बुकलेट को नंबर के साथ रिपोर्ट में रखा गया है. अभ्यर्थियों की तरफ से दिए गए पोस्ट डेटेड चेक का जिक्र, पेपर लीक माफिया ने जिस मोबाइल का इस्तेमाल किया और उसे बाद में फॉर्मेट कर दिया गया, पैसे के लेनदेन को लेकर मिले सबूत और उन सभी लोकेशन के बारे में भी जानकारी रिपोर्ट में दी गई जहां अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र और जवाब मुहैया कराए गए थे. रिपोर्ट में NEET के मूल प्रश्न पत्र और जो जवाब वाले दस्तावेज मिले उनके मिलान को सही पाने का दावा है. EOU ने क्या-क्या जब्त किया था उसकी लिस्ट इस तरह है-
- जले हुए नीट यूजी के क्वेश्चन पेपर
- NEET-UG की बुकलेट
- रेनाल्ड डस्टर कार (झारखंड का रजिस्ट्रेशन)
- चार एडमिट कार्ड (अभिषेक कुमार, शिवनंदन कुमार, आयुष राज और अनुराग यादव)
- सिकंदर यादवेंदु के पास से दो एडंरॉय मोबाइल फोन
- एक पासबुक
- एक मंहिद्रा बैंक का ब्लैंक चेक
- एक RBL का चेक (जिसपर रवि कुमार लिखा है)
- दो ICICI के डेबिट कार्ड
- एक SBI का एटीएम कार्ड
- एक बीपीएसएससी एडमिट कार्ड की फोटोकॉपी
- एक केंद्रीय सिपाही चयन पर्षद बिहार का एडमिट कार्ड
- एक पंजाब नेशनल बैंक का हस्ताक्षर किया हुआ चेक जिस पर 6 लाख रुपये की राशि लिखी हुई है.
- यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का दो प्रति में हस्ताक्षर किया हुआ चेक
पटना के खेमनीचक स्थित लर्न प्ले स्कूल और बॉयज हॉस्टल जाकर CBI टीम जानकारी जुटाई है. पटना के जिस सोसायटी में सिकंदर यादवेंदु रहता है वहां भी CBI की टीम पहुंची. इसके अलावा जेई सिकंदर यादवेंदु और उसके भतीजे के ठहरने के लिए RCD के एनएच गेस्ट में कमरा बुक किया गया था, CBI की टीम वहां भी पहुंची. एनएच का गेस्ट हाउस बुक करने के लिए बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पर्सनल सेक्रेटरी प्रीतम का नाम सामने आया था. इसलिए तेजस्वी के पीएस की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं.
NEET पेपर लीक मामले में CBI ने FIR में 8 आरोपियों को नामजद किया गया है, उनमें- संजीव मुखिया, सिकंदर यादवेंदु, अमित आनंद, आयुष राज, नीतीश कुमार, रॉकी, अखिलेश, बिट्टू के अलावा एक अन्य को नामजद किया गया है.
EOU ने CBI को 80 पेज वाली अपनी FIR के साथ-साथ लगभग 2 हजार पेज की अपनी रिपोर्ट भी सौंपी दी है. रिपोर्ट में हजारीबाग के ओएसिस स्कूल की भूमिका को सीधे-सीधे संदिग्ध माना गया है. ओएसिस स्कूल को मिले बुकलेट बॉक्स में ही छेड़छाड़ की बात रिपोर्ट में कही गई है. स्कूल के NTA आब्जर्वर, सेंटर सुप्रीडेंडेंट और प्रिंसिपल की भूमिका को संदिग्ध पाया है. हजारीबाग स्थित ब्लू डार्ट कुरियर का एक स्टाफ भी फरार है. EOU सूत्रों के मुताबिक CBI को केस सौंपे जाने के बावजूद उनकी जांच टीम के अधिकारी आगामी 8 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में शामिल हो सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट को EOU की तरफ से की गई जांच के बारे में जानकारी दी सकती है.