NEET UG-PG: मेडिकल में बढ़ेगी पढ़ाई के मौके, जानें कहां और कितनी बढ़ीं सीटें…

भारत में मेडिकल की पढ़ाई करने की चाह रखने वाले लाखों छात्रों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है. केंद्र सरकार ने मेडिकल सीटों की नंबर में बंपर इजाफा किया है, जिससे MBBS और PG कोर्स में प्रवेश पाने के इच्छुक छात्रों को अधिक अवसर मिलेंगे. सरकार के इस फैसले से देश में डॉक्टरों की संख्या में बढ़ोतरी होगी और स्वास्थ्य सेवाएं भी बेहतर होंगी.

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यह बदलाव खासतौर पर उन छात्रों के लिए राहत लेकर आया है, जो हर साल लिमिटेड सीट्स के कारण एडमिशन नहीं ले पाते थे. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने संसद में जानकारी दी कि केंद्र सरकार ने अगले 5 वर्षों में 75,000 नई मेडिकल सीटें जोड़ने का लक्ष्य रखा है. यह योजना 1 फरवरी 2025 को पेश किए गए केंद्रीय बजट में घोषित की गई थी.

सरकार ने देशभर में नए मेडिकल कॉलेज खोलने और मौजूदा कॉलेजों का विस्तार करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है. यह कदम देश में मेडिकल एजुकेशन को आसान बनाने के साथ-साथ हेल्थ सर्विसेज को भी मज़बूत करेगा.

सीटों की संख्या में हिस्टोरिकल ग्रोथ

यदि 2014 से पहले के आंकड़ों को देखें, तो उस समय देश में कुल 387 मेडिकल कॉलेज थे. लेकिन सरकार के प्रयासों से अब इनकी संख्या बढ़कर 780 हो गई है. इसी तरह, 2014 में MBBS सीटों की संख्या 51,348 थी, जो अब बढ़कर 1,18,190 हो गई है. इसी तरह, PG कोर्स के लिए सीटों की संख्या 31,185 से बढ़कर 74,306 हो गई है.

सरकार का यह प्रयास यह सुनिश्चित करने के लिए है कि ज्यादा से ज्यादा छात्रों को मेडिकल पढ़ाई के लिए मौका मिल सके और देश में डॉक्टरों की अवेलेबिलिटी बढ़े.

कॉलेजों में होगा अपग्रेडेशन

सरकार केवल नई सीटें बढ़ाने पर ही ध्यान नहीं दे रही है, बल्कि मौजूदा सरकारी मेडिकल कॉलेजों को अपग्रेड करने की दिशा में भी कदम उठा रही है. इसके तहत MBBS सीटों की संख्या बढ़ाने के लिए सरकार प्रति सीट लगभग 1.20 करोड़ रुपये की लागत वहन करेगी. इस खर्च को केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर उठाएंगी.

NMC जल्द जारी करेगा नई सीटों की लिस्ट

नेशनल मेडिकल कमिशन (NMC) की आधिकारिक वेबसाइट पर फिलहाल एमबीबीएस की 1,17,950 सीटों की जानकारी उपलब्ध है. लेकिन सरकार के अनुसार, अब देशभर में 1.18 लाख से ज्यादा सीटें हो गई हैं. पिछले साल MBBS की 1.08 लाख सीटें थीं, यानी इस साल 10,000 से अधिक सीटों की बढ़ोतरी की गई है.

दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भी बड़ा बदलाव

दिल्ली का प्रतिष्ठित राम मनोहर लोहिया (RML) अस्पताल भी मेडिकल शिक्षा के विस्तार में योगदान देने जा रहा है. यहां MBBS की सीटें 100 से बढ़ाकर 250 की जा रही हैं. इसके अलावा, अस्पताल में 666 नए बिस्तर भी जोड़े जाएंगे. यह बदलाव मरीजों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के साथ-साथ मेडिकल छात्रों के लिए प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के अवसर भी बढ़ाएगा.

नीट परीक्षा और मेडिकल कोर्सेज से जुड़े अहम बदलाव

नीट यूजी 2025 की परीक्षा 4 मई को होगी, जिसमें लाखों छात्र शामिल होंगे. इस परीक्षा के जरिए MBBS (ऑलोपैथिक मेडिकल कोर्स), BAMS (आयुर्वेदिक चिकित्सा), BUMS (यूनानी चिकित्सा), BSMS (सिद्ध चिकित्सा), BHMS (होम्योपैथिक चिकित्सा), BDS (डेंटल सर्जरी) और BVSC एंड AH (वेटरनरी साइंस और एनिमल हस्बेंड्री) जैसे कोर्सों में एडमिशन मिलेगा.

छात्रों के लिए राहत, अब मिलेगा ज्यादा मौका

हर साल लाखों छात्र नीट परीक्षा देते हैं, लेकिन सीटों की कमी के कारण कई योग्य उम्मीदवारों को एडमिशन नहीं मिल पाता था. अब मेडिकल सीटों की संख्या में बढ़ोतरी के कारण अधिक छात्रों को डॉक्टर बनने का अवसर मिलेगा. सरकार के इस कदम से देश में स्वास्थ्य सेवाओं को भी मजबूती मिलेगी, क्योंकि ज्यादा डॉक्टर उपलब्ध होने से अस्पतालों में मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा.

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