मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले की कोलारस विधानसभा के बदरवास थाना क्षेत्र के तहत आने वाले एक गांव का नाम ब्रह्म थाना है. इस गांव का नाम ब्रह्म थाना नाम होने के कारण शिवपुरी पुलिस अक्सर कंफ्यूज हो जाती है. वजह है कि शिवपुरी जिले में 34 थाने हैं और ऐसे में इस 35 बीट थाने की मौजूदगी कहीं ना कहीं पुलिस को हैरान करती है. गांव वाले कहते हैं कि कभी किसी जमाने में यहां न्यायाधीश के रूप में चौपाल लगाकर ब्रह्म गोद बैठते थे और इस कारण इस गांव का नाम ब्रह्म थाना पड़ गया.
शिवपुरी जिले की बदरवास तहसील क्षेत्र के तहत आने वाले ब्रह्मा थाना गांव में प्राचीन मंदिर है. इस प्राचीन मंदिर से दूर-दूर के लोगों की श्रद्धा जुड़ी हुई है. कहते हैं कि शनिवार और मंगलवार को यहां आसपास के जिलों और मध्य प्रदेश के कई अन्य इलाकों से श्रद्धालु माथा टेकने आते हैं. गांव वालों की मान्यता है कि यहां चौपाल लगाकर किसी जमाने में ब्रह्म गोद न्याय करते थे और इसी वजह से यहां जो कोई भी अपनी मनोकामना लेकर आता है वह पूर्ण होती है.
ब्रह्म थाना गांव की चौपाल के पास में बरसों पुराना एक पीपल का वृक्ष मौजूद है, जो कि अपने आप में क्षतिग्रस्त होने के बावजूद भी पुनर्जीवित हो रहा है. यहां से एक नया अंकुरण पेड़ की शक्ल ले रहा है. हैरान करने वाली बात यह है कि गांव वाले कहते हैं की यह वृक्ष कभी नहीं सूखता क्योंकि इसमें लगातार दूसरा अंकुरण होता रहता है. लोगों की तो यहां तक मान्यता है कि इसका इतिहास कई दशकों पुराना है.
गांव का नाम ब्रह्म थाना
किसी जमाने में पारोन के राजा की रियासत में आने वाला यह गांव शिवपुरी जिला मुख्यालय से तकरीबन 55 किलोमीटर दूर है. नेशनल हाईवे पर शिवपुरी से गुना की तरफ चलते हुए सीधे हाथ को एक रास्ता जाता है. हालांकि, इस गांव तक पहुंचाने के लिए बाकायदा नेशनल हाईवे 46 पर एक साइन बोर्ड भी मौजूद है जिस पर ब्रह्म थाना गांव का पता बताया गया है. जिले में 34 थाने है, लेकिन ब्रह्म थाना का नाम पुलिस और लोगों को काफी कंफ्यूज कर देता है.