‘ना हम कभी पाकिस्तानी थे, ना हैं और ना होंगे…’ फारूक अब्दुल्ला बोले- हम भारत के मुकुट

जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस (JKNC) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को पहलगाम आतंकी हमले पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अटूट अंग है और यहां की जनता आतंकवाद के साथ कभी नहीं रही. पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा महबूबा मुफ्ती की हर बात का मैं जवाब दूं तो अच्छा नहीं लगेगा. मैं सिर्फ इतना कहूंगा कि ऐसी बातें न करें. हम कभी आतंकवाद के साथ नहीं रहे, ना ही हम पाकिस्तानी थे, ना हैं और ना कभी होंगे. हम भारत का अटूट अंग हैं और भारत का मुकुट हैं.

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उन्होंने पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए पर्यटकों, खासकर एक नवविवाहित महिला के पति की मौत पर भावुक होकर कहा, वह दुल्हन जिसकी हाल ही में शादी हुई थी, उसका दुख हम भी महसूस कर रहे हैं. जितना आप रोए हैं, उतना ही हम भी रोए हैं. हमें भी नींद नहीं आई यह सोचकर कि ऐसे दरिंदे आज भी जिंदा हैं, जो इंसानियत का कत्ल करते हैं.

फारूक अब्दुल्ला बोले- कुर्बानियां व्यर्थ नहीं जाएंगी

फारूक अब्दुल्ला ने आतंकियों को कड़ा संदेश देते हुए कहा, ये जो लोग सोचते हैं कि हमले करके वे जीत जाएंगे, उन्हें जान लेना चाहिए कि वे कभी नहीं जीत सकते. ये कुर्बानियां व्यर्थ नहीं जाएंगी. देश इसका जवाब देगा. पूरे भारत, जम्मू-कश्मीर और दुनिया के तमाम वो देश जिन्होंने आतंकवाद को झेला है सभी पीड़ितों के साथ खड़े हैं.

इससे पहले फारूक अब्दुल्ला ने पहलगाम में टूरिस्ट प्वाइंट पर जाकर लोगों से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा संदेश यह है कि पर्यटक डरे हुए नहीं हैं. जो लोग डर फैलाना चाहते थे, वे हार गए हैं. वे आतंकवादी हार गए हैं. आज यह साबित हो गया है.

पहलगाम भी पहुंचे हुए थे फारूक अब्दुल्ला

फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को पहलगाम का दौरा किया और वहां मौजूद पर्यटकों से मुलाकात की. हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद फारूक अब्दुल्ला का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा था. दौरे को लेकर जब उनसे सवाल किया गया कि आखिर वो क्या संदेश देना चाहते हैं तो उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा संदेश यह है कि पर्यटक डरे हुए नहीं हैं. जो लोग डर फैलाना चाहते थे, वे हार गए हैं. वे (आतंकवादी) हार गए हैं. आज यह साबित हो गया है कि हम डरने वाले नहीं हैं.

लोग अब आतंकवाद नहीं, प्रगति चाहते हैं

उन्होंने कहा कि कश्मीर भारत का हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा. लोग अब आतंकवाद नहीं, प्रगति चाहते हैं. हमें आतंकवाद को देखे 35 साल हो चुके हैं. अब वक़्त है आगे बढ़ने का, विकास करने का. हमारा सपना है कि भारत एक दिन महाशक्ति बने. अपने बयान में फारूक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के बयानों को लेकर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि अगर हम बिलावल भुट्टो के बयानों पर चलते रहेंगे तो कभी आगे नहीं बढ़ सकते.

सिंदु जल संधि पर क्या बोले फारूक अब्दुल्ला

उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच हुई सिंधु जल संधि को लेकर भी नाराजगी जताई और कहा कि इसकी पुनर्समीक्षा की आवश्यकता है. हमारी नदियां यहां से निकलती हैं, लेकिन फिर भी हम उनके पानी से वंचित हैं. खासकर जम्मू क्षेत्र में पानी की भारी कमी है. यह एक गंभीर मसला है, जिसे अब गंभीरता से उठाने की ज़रूरत है.

क्या कहा था पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने?

दरअसल, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख डॉ. फारूक अब्दुल्ला के हालिया बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने फारूक अब्दुल्ला द्वारा पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कश्मीरियों की संलिप्तता को जोड़े जाने संबंधी टिप्पणी को भ्रामक और घातक बताया था. महबूबा ने आगे कहा कि ऐसे संवेदनशील समय में, जब जम्मू-कश्मीर के छात्र और व्यापारी देश के अन्य हिस्सों में खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, इस तरह के बयान स्थिति को और बिगाड़ सकते हैं.

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