nepal gen z protest: नेपाल में हिंसक प्रदर्शन के चलते अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सभी उड़ानें रद्द कर दी गईं हैं. नेपाल के हवाई अड्डा प्राधिकरण ने असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया है. काठमांडू पोस्ट के मुताबिक, कोटेश्वर के पास धुएं के गुबार के बाद दोपहर 12:45 बजे से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रोक दी गई हैं. इस बीच तीन भारतीय उड़ानें भी प्रभावित हुई हैं.
हालांकि, हवाई अड्डे को अभी बंद नहीं किया गया बस जो फ्लाइट्स उड़ान भरने वाली थी उनकी यात्रा कैंसिल कर दी गई है. जानकारी के अनुसार, आवाजाही में समस्या के कारण चालक दल के सदस्य हवाई अड्डे तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. इंटरनेशनल के अलावा बुद्ध एयर सहित घरेलू एयरलाइनों ने भी सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए सभी उड़ानें रद्द कर दी हैं.
अभी क्या है अपडेट?
काठमांडू के दक्षिण में भैसपति मिनीसिटी क्वार्टर स्थित हेलीपैड से करीब एक दर्जन हेलीकॉप्टर काठमांडू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए उड़ान भर चुके हैं. बताया जा रहा है कि हेलिकॉप्टर्स के जरिए मंत्रियों को बचाया जा रहा है. प्रदर्शनकारी सोशल मीडिया के माध्यम से काठमांडू हवाई अड्डे के पास आतिशबाजी और ड्रोन का इस्तेमाल करने की अपील कर रहे हैं ताकि विमानों को उड़ान भरने से रोका जा सके. वे उड़ते हुए विमानों पर लेज़र लाइटें दागने की भी मांग कर रहे हैं.
विमानों को हवाई अड्डे पर उतरने में कठिनाई हो रही है, जिनमें हिमालय एयरलाइंस का एयरबस 319 भी शामिल है, जिसका इस्तेमाल प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपनी पिछली बीजिंग यात्रा के दौरान किया था. यह विमान काठमांडू हवाई अड्डे पर उतरने की तैयारी कर रहा है. दिल्ली से काठमांडू जाने वाली इंडिगो और एयर इंडिया की उड़ानें भी उतरने के लिए तैयार हैं. हाल ही में काठमांडू से केवल दो विमानों ने उड़ान भरी है, जिसमें बैंकॉक जाने वाले एक थाई एयरवेज का विमान और दूसरा गुआंगझाउ जाने वाला विमान शामिल है.
नेपाल से बाहर जा सकते हैं पीएम
सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को बलुवाटर से निकालने की योजना बनाई जा रही थी और हिमालय एयरलाइंस को दुबई की संभावित उड़ान के लिए आधिकारिक तौर पर चिकित्सा उपचार का हवाला देते हुए स्टैंडबाय पर रखा गया था. बता दें कि नेपाल के पीएम ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
काठमांडू में प्रदर्शन हिंसक हो गए हैं. प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बलों पर पथराव किया और उनका पीछा भी किया. बताया जा रहा है कि ये प्रदर्शन कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ हो रहे हैं.हालात बिगड़ने के बाद सुरक्षा बलों ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारियों की भीड़ लगातार आक्रामक बनी रही.
काठमांडू के हिल्टन होटल में प्रदर्शनकारियों के घुसने और मुख्य द्वार तोड़ने से पहले पत्थरों से शीशे के सामने के हिस्से को तोड़ने के बाद अशांति बढ़ गई. एक स्थानीय निवासी ने स्थानीय पत्रकारों को बताया, “भीड़ कुछ देर के लिए तितर-बितर हो गई, लेकिन जल्द ही फिर से इकट्ठा हो गई.”
नेताओं के आवास पर हमला
बाद में मैदान से धुआं उठता देखा गया. राजधानी में अन्य जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने सनेपा में नेपाली कांग्रेस मुख्यालय में आग लगा दी और कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यालयों में घुसकर हथौड़ा-हंसुआ का प्रतीक चिन्ह फाड़ दिया. प्रधानमंत्री ओली, राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल, सीपीएन माओवादी केंद्र के प्रमुख प्रचंड, विदेश मंत्री आरज़ू राणा देउबा और पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा सहित शीर्ष नेताओं के आवासों पर हमला किया गया, तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई.
नेपाल के मुख्य एयरपोर्ट कौन-से हैं
नेपाल में कुल 50 एयरपोर्ट हैं, जिनमें से 30 एयरपोर्ट सक्रिय (operational) हैं. इनमें से तीन, त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (काठमांडू), गौतम बुद्ध अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (भैरहवा, लुंबिनी के पास) और पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा को इंटरनेशनल का दर्जा मिला हुआ हैं.
काठमांडू का त्रिभुवन एयरपोर्ट नेपाल का सबसे व्यस्त और मुख्य अंतरराष्ट्रीय गेटवे है. इसके अलावा घरेलू उड़ानों के लिए कई महत्वपूर्ण एयरपोर्ट हैं, जैसे लुक्ला एयरपोर्ट (तेनजिंग-हिलेरी एयरपोर्ट, जो एवरेस्ट क्षेत्र का एंट्री गेट है और दुनिया के सबसे खतरनाक हवाईअड्डों में गिना जाता है), भरतपुर एयरपोर्ट, नेपालगंज एयरपोर्ट, जनकपुर एयरपोर्ट और पोखरा डोमेस्टिक एयरपोर्ट. इस तरह नेपाल का एयर नेटवर्क पर्यटन और पर्वतीय इलाकों तक पहुंच के लिए बेहद अहम भूमिका निभाता है,