अयोध्या, जो अब रामलला के भव्य मंदिर के बाद एक विश्व स्तरीय पर्यटन नगरी के रूप में विकसित हो रही है, पर्यटकों के लिए नए आकर्षण जोड़ती जा रही है. हाल ही में अयोध्या में एक अनूठी भूलभुलैया (मिरर इमेज केंद्र) बनाई गई है, जो हर आने वाले को चौंका रही है.
45 दिनों में 45 हजार पर्यटक पहुंचे
25 दिसंबर 2024 को अमानीगंज स्थित जलकल परिसर में इस मिरर इमेज केंद्र का उद्घाटन हुआ था. महज 45 दिनों में 45 हजार से अधिक पर्यटक इस अनोखी भूलभुलैया का अनुभव लेने पहुंच चुके हैं. खास बात यह है कि यहां अब तक 20 हजार से ज्यादा बच्चे भी मुफ्त में भ्रमण कर चुके हैं.
शीशों का जादू और रामायण के दृश्य
यह भूलभुलैया शीशों की अनूठी बनावट से सजी हुई है, जिससे अंदर प्रवेश करते ही व्यक्ति भ्रमित हो जाता है. शीशों के कारण सही रास्ता पहचानना कठिन हो जाता है और बाहर निकलने में औसतन 15 मिनट लगते हैं.
भीतर एलईडी स्क्रीन पर राम-रावण युद्ध, सीता स्वयंवर, ताड़का वध, अहिल्या उद्धार जैसे रामायण के महत्वपूर्ण दृश्य दिखाए जाते हैं, जिससे यह अनुभव और भी रोमांचक बन जाता है. वातानुकूलित केंद्र में अलग-अलग स्क्रीन पर विभिन्न कहानियां चलती हैं, जिससे आगंतुकों को एक अनोखी डिजिटल अनुभूति मिलती है.
टिकट दरें
- सामान्य पुरुष एवं महिला: ₹25
- स्कूली विद्यार्थी: ₹15
- 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रवेश निःशुल्क
अब तक इस भूलभुलैया में 5.59 लाख रुपये के टिकटों की बिक्री हो चुकी है, जो इसकी लोकप्रियता को दर्शाता है. अयोध्या आने वाले हर पर्यटक के लिए यह एक नया और रोमांचक अनुभव बन चुका है.