अयोध्या: उत्तर प्रदेश में अब गौशालाओं का संचालन एक नई व्यवस्था के तहत किया जाएगा. गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता ने अयोध्या में मीडिया से बातचीत के दौरान बड़ा ऐलान करते हुए बताया कि राज्य की गौशालाओं को अब स्वयंसेवी संस्थाओं और महिला स्वयं सहायता समूहों को सौंपने की योजना पर कार्य शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि इससे गौशालाओं का बेहतर संचालन, संवर्धन और गोवंशों की देखभाल सुनिश्चित हो सकेगी.
गुप्ता ने बताया कि प्रदेश सरकार ने गोवंश पालन के लिए आर्थिक सहायता भी तय की है, एक गोवंश के पालन पर 1500 रुपये और चार गोवंशों पर 6000 रुपये तक का प्रावधान किया गया है. श्याम बिहारी गुप्ता ने यह भी बताया कि प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की निगरानी में गोवंश किसानों और महिला समूहों को सौंपे जाएंगे. उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि यदि किसी गौशाला में 14,000 गोवंश हैं तो उनमें से लगभग 10,000 गोवंश किसानों को सुपुर्द किए जाएंगे.
गुप्ता ने बताया कि गोवंश रखने वाले किसानों के यहां गोबर गैस प्लांट भी लगाए जाएंगे. इससे प्राकृतिक खाद तैयार होगी, जो खेतों की उर्वरक क्षमता बढ़ाएगी और रासायनिक खाद पर निर्भरता कम होगी. जैविक खाद के उपयोग से खेती के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी लाभ भी मिलेंगे.
गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता अयोध्या में नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित गोष्ठी में भाग लेने पहुंचे थे, जहां कृषि और गौसेवा के समन्वय को लेकर विस्तृत चर्चा हुई.