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अयोध्या राम मंदिर में विशिष्ट दर्शनार्थियों के लिए नया मार्ग, अब और नजदीक से होंगे रामलला के दर्शन

अयोध्या : श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से अयोध्या राम मंदिर में विशिष्ट दर्शनार्थियों के लिए नया मार्ग तैयार किया गया है. यह नया रास्ता राम मंदिर के गूढ़ी मंडप से सटे प्रार्थना मंडप के उत्तर में मंदिर के बढ़े बाजू से निकाला गया है, जिससे विशिष्ट दर्शनार्थियों को रामलला के और करीब से दर्शन का अवसर मिल रहा है.

महाकुंभ से लौटती श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण शहर और मंदिर व्यवस्थाओं में अस्थायी अव्यवस्था उत्पन्न हुई, लेकिन इसी दौरान मंदिर प्रशासन ने नये मार्ग को भी सुचारू कर दिया. विशिष्ट दर्शन पास धारकों को अब गर्भगृह की चौखट से लगभग साढ़े तीन फीट (एक मीटर) अंदर से दर्शन का सौभाग्य मिल रहा है, जो पहले की तुलना में अधिक निकटता प्रदान करता है.

कैसे मिलेगा विशिष्ट दर्शन का लाभ?

विशिष्ट पास धारकों को रंगमहल के रास्ते मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी गई है। वे यज्ञशाला के सामने से होते हुए मंदिर के अस्थाई जूता-चप्पल स्टैंड में अपने पदवेश उतारकर परकोटे के प्रवेश द्वार से अंदर जाते हैं. फिर रैंप और सीढ़ियों के सहारे प्रार्थना मंडप में प्रवेश कर, दक्षिण दिशा की ओर मुड़कर रेलिंग से गुजरते हुए रामलला के समक्ष पहुंचते हैं. दर्शन के पश्चात श्रद्धालु उसी मार्ग से वापस लौटते हैं.

हालांकि, पहले विशिष्ट दर्शन के लिए जो मार्ग था, उसे अब सुगम दर्शन पास धारकों, व्हीलचेयर उपयोगकर्ताओं, दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए आरक्षित कर दिया गया है.

फर्जी पास पर रोकथाम के लिए सख्त निगरानी

राम मंदिर में फर्जी पास और डुप्लीकेट पास की समस्या को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। मंदिर प्रशासन की ओर से चार अलग-अलग स्थानों पर जांच व्यवस्था लागू की गई है:

1. रंगमहल बैरियर और आनंद भवन बैरियर: यहां पुलिस कर्मी पास की जांच और फिजिकल चेकिंग करते हैं.

2. परकोटे के प्रवेश द्वार: यहां एसआईएस सुरक्षा एजेंसी के गार्ड बारकोड स्कैनिंग कर पास की वैधता जांचते हैं.

3. प्रार्थना मंडप में अंतिम जांच: यहां सुरक्षा कर्मी पास को जमा कर लेते हैं, ताकि इसका दुरुपयोग न हो सके.

यह नई व्यवस्था हाल ही में लागू की गई है और इसका मुख्य उद्देश्य फर्जीवाड़े को रोकना है.

आम श्रद्धालुओं के लिए क्रासिंग थ्री बंद

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंगलवार को क्रासिंग थ्री निकासी द्वार पूरी तरह बंद कर दिया गया. अब रामलला के दर्शन करने वाले श्रद्धालु अंगद टीला मार्ग से वापस लौटेंगे.

राम मंदिर प्रशासन की इस नई व्यवस्था से विशेष दर्शनार्थियों को अधिक सुगमता और नजदीकी से दर्शन करने का सौभाग्य मिल रहा है, वहीं सुरक्षा के लिहाज से भी मंदिर प्रशासन सतर्क है.

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