बिहार में नए बिजली कनेक्शन को लेकर नियम सख्त कर दिए गए हैं. अब एक परिसर में एक ही व्यक्ति के नाम पर एक ही बिजली कनेक्शन मिलेगा. राज्य सरकार की ओर से 125 यूनिट तक बिजली मुफ्त देने की घोषणा के बाद साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (SBPDCL) ने आशंका जताई कि कुछ उपभोक्ता इस लाभ को बांटकर लेने की कोशिश कर सकते हैं। जिससे नया कनेक्शन लेने के नियमों को कड़ा कर दिया गया है.
क्या बदला है नियमों में?
SBPDCL के राजस्व महाप्रबंधक अरविंद कुमार ने सभी अधीक्षण अभियंताओं को पत्र जारी कर निर्देश दिया है कि नए कनेक्शन देने से पहले आवेदक की सघन जांच की जाए. यदि एक ही परिसर में किसी व्यक्ति के नाम पर पहले से कनेक्शन है, तो उसी नाम से दोबारा नया कनेक्शन नहीं मिलेगा.
महत्वपूर्ण बिंदु जो आपको जानने चाहिए-
मकान में अलग-अलग मंजिलों पर कनेक्शन?
यदि एक ही परिसर में मकान मालिक अलग-अलग फ्लोर के लिए कनेक्शन लेना चाहता है, तो यह तभी संभव है जब बंटवारे का आधिकारिक दस्तावेज (partition deed) हो। पहले की तरह बेटा, बेटी, पत्नी या बहू के नाम से नया कनेक्शन लेना संभव नहीं होगा.
अपार्टमेंट में कई फ्लैट हों तो?
यदि किसी व्यक्ति के नाम अलग-अलग फ्लैट की रजिस्ट्री है, तो प्रत्येक फ्लैट के लिए अलग कनेक्शन मिल सकता है.
नए नियम से पहले आवेदन किया गया था?
यदि आवेदन पहले किया गया है, लेकिन कनेक्शन अब तक जारी नहीं हुआ है, तो नए नियमों के तहत ही प्रक्रिया आगे बढ़ेगी.
किरायेदार को मिलेगा कनेक्शन?
हां, यदि किरायानामा मौजूद है, तो किरायेदार को भी अलग बिजली कनेक्शन मिलेगा ताकि वह भी 125 यूनिट मुफ्त बिजली का लाभ ले सके.
स्मार्ट प्रीपेड मीटर पर कैसे मिलेगा लाभ?
ऐसे उपभोक्ताओं को हर महीने की 125 यूनिट तक की राशि अगले महीने क्रेडिट कर दी जाएगी.
सोलर सिस्टम वालों के लिए राहत कैसे?
सौर ऊर्जा से उत्पन्न बिजली की यूनिट को पहले घटाया जाएगा, फिर 125 यूनिट की छूट देकर शेष खपत का बिल बनाया जाएगा.
126 यूनिट खर्च हुए तो?
पहले 125 यूनिट पूरी तरह मुफ्त हैं, लेकिन 126वीं यूनिट से पूरा बिल और उस पर इलेक्ट्रिक ड्यूटी व फिक्स चार्ज भी देना होगा.
पहले से अलग-अलग नाम पर कनेक्शन वाले?
यदि पहले से मकान में अलग-अलग लोगों के नाम पर कनेक्शन है तो उन्हें कोई बदलाव नहीं करना होगा. वे यथावत रहेंगे.
राज्य में बिजली खपत ने बनाया नया रिकॉर्ड
बुधवार की रात 20:49 बजे राज्य में 8674 मेगावाट बिजली खपत हुई. जो अब तक का नया रिकॉर्ड है. इससे पहले 12 जुलाई 2025 को 8560 मेगावाट खपत दर्ज की गई थी, जबकि पिछले साल 23 सितंबर 2024 को अधिकतम खपत 8005 मेगावाट थी.