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इंसानों के खात्मे की वजह बन सकती है नई टेक्नोलॉजी, AI के Godfather जेफ्री हिंटन एआई को लेकर परेशान

नई दिल्ली: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के गॉड फादर कहलाए जाने वाले जेफ्री हिंटन ने एक बार फिर AI को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है. वे कहते हैं कि वे AI को लेकर परेशान हैं क्योंकि, यह नई टेक्नोलॉजी बहुत सी नौकरियों को छीनने का काम कर रहा है. उनका कहना है कि, आय असमानता को लेकर AI के प्रभावों से निपटने की जिम्मेदारी सरकार के कंधों पर होगी.

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एआई की मदद से अमीर होंगे और ज्यादा अमीर

मालूम हो कि, हिंटन बीते साल गूगल यूनिट में काम कर रहे थे. वे एआई को लेकर अपने बयान को लेकर चर्चा में आए थे. हिंटन ने कहा था कि एआई के साथ प्रोडक्टिविटी और पैसा बढ़ेगा, लेकिन यह पैसा अमीर लोगों के पास जाएगा. इसके साथ ही एआई की वजह से लोगों की नौकरियां खत्म हो जाएंगी और यह समाज के लिए बहुत बुरा साबित होगा.

सभी को मिले एक तय सैलरी

हिंटन ने एआई को लेकर कहा है कि सरकारों को एक यूनिवर्सल बेसिक इनकम सेट करनी चाहिए. यानी सरकार हर व्यक्ति को बिना उनके संसाधनों की परवाह किए एक सेट बेसिक सैलरी दे. हिंटन कहते हैं कि डाउनिंग स्ट्रीट में लोगों ने मुझसे सलाह ली और मैंने उन्हें सलाह दी कि यूनिवर्सल बेसिक इनकम एक अच्छा विचार है.

इंसानों से ज्यादा बुद्धिमान होंगे चैटबॉट

इससे पहले हिंटन ने कहा था कि एआई चैटबॉट के खतरे भी डरावने हैं. उनके मुताबिक, चैटबॉट आने वाले समय में इंसानों से ज्यादा बुद्धिमान साबित होंगे. इतना ही नहीं, इन चैटबॉट का इस्तेमाल गलत कामों में किए जाने की आशंका है.

इंसानों के गायब हो जाने का है खतरा

वे कहते हैं कि मेरा अनुमान है कि अब से 5 से 20 वर्षों के बीच इस बात की आधी संभावना है कि हमें एआई की समस्या का सामना करना पड़ेगा.

हिंटन के मुताबिक, नई टेक्नोलॉजी मनुष्यों के लिए “विलुप्त होने का खतरा” पैदा कर सकता है, क्योंकि उन्होंने “बुद्धिमत्ता का एक ऐसा रूप तैयार कर लिया है जो जैविक बुद्धि से कहीं बेहतर है. यह हमारे लिए बहुत चिंताजनक है”.

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