एनसीपी नेता बाबा बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में नया मोड़ आ गया है. इस मामले में गिरफ्तार तीन आरोपियों ने सोमवार को अपना इकबालिया बयान वापस ले लिया है. इनमें मुख्य शूटर शिवकुमार उर्फ शिव बालकिशन गौतम भी शामिल है. इनका आरोप है कि पुलिस ने दबाव में उनका बयान लिया था. इनके साथ दो अन्य आरोपी भी आने वाले समय में इकबालिया बयान वापस लेने वाले है
शूटर शिवकुमार गौतम की ओर से पेश हुए वकील अजिंक्य मिरगल ने आर्थर रोड जेल से बयान वापस लेने के लिए आवेदन भेजा था. उन्होंने दलील दी कि जांच एजेंसी ने धमकी देकर उसका इकबालिया बयान लिया था. आरोपी को धमकी दी गई थी कि यदि उसने बयान नहीं दिया तो उसके परिवार के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा. उसके खिलाफ मकोका के कुछ और मामले दर्ज किए जाएंगे.
वकील अजिंक्य मिरगल ने दलील दी कि कल्याण जेल में बंद एक अन्य आरोपी नितिन सप्रे ने भी अपने द्वारा दिए गए इकबालिया बयान को वापस लेने के लिए एक पत्र भेजा था, लेकिन जेल अधीक्षक ने इसे आगे नहीं बढ़ाया. अभियोजन पक्ष के अनुसार, गौतम की भूमिका शूटरों में से एक होने की थी, जबकि सप्रे की भूमिका आरोपी शूटरों को रेकी करने और बाइक उपलब्ध कराने की थी.
इसी तरह दो अन्य आरोपी सुजीत सुशील सिंह उर्फ बब्बू सिंह और आदित्य गुलनकर ने भी सोमवार को कोर्ट में अपने इकबालिया बयान वापस ले लिए. अभियोजन पक्ष ने इस कदम का विरोध करते हुए अपना जवाब दाखिल किया. न्यायाधीश बीडी शेल्के ने कहा कि कोर्ट ने इन आवेदनों को रिकॉर्ड पर ले लिया है. इस मामले के अंतिम निर्णय के समय इस मुद्दे पर सुनवाई के लिए खुला रखा गया है.
इसके बाद मामले की सुनवाई 17 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दी गई. तीन बार कांग्रेस विधायक रहे बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर, 2024 को मुंबई के निर्मल नगर में उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वो अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर निकले थे. बदमाशों ने उनके पर छह राउंड फायरिंग करने से पहले कुछ हफ्तों तक उनके कार्यालय की रेकी की थी.
पुलिस ने इस वारदात के तुरंत बाद एक शूटर को मौके से गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद अलग-अलग जगहों से अन्य आरोपी गिरफ्तार किए गए. उस समय मुंबई पुलिस ने दावा किया कि यह गोलीबारी कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर उसके भाई अनमोल ने कराई थी. इसी गैंग ने पहले अप्रैल 2024 में बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर कई राउंड गोलियां चलवाई थीं.