‘हड्डी नहीं वो तो हरी मिर्च थी…’, गोरखपुर में वेज थाली में नॉनवेज मिलने के मामले में नया मोड़, रेस्टोरेंट मालिक पर फर्जी वीडियो दिखाने का आरोप

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक रेस्टोरेंट की वेज थाली में हड्डी मिलने के मामले में पुलिस की जांच में एक नया खुलासा हुआ है. 31 जुलाई को शशांक सिंह अपने दोस्तों के साथ शास्त्री चौक स्थित बिरयानी बे रेस्टोरेंट में खाना खाने गए थे. उन्होंने वेज खाने का ऑर्डर दिया था. जब उनके एक दोस्त की थाली में हड्डी निकली, तो उन्होंने इसकी शिकायत रेस्टोरेंट मालिक से की. इसके बाद मालिक ने पुलिस को बुला लिया और एक वीडियो वायरल किया, जिसमें ग्राहकों पर ही हड्डी रखने का आरोप लगाया गया था.

पुलिस जांच में वीडियो के फर्जी होने का दावा

पीड़ित शशांक सिंह ने इस पूरे मामले की जानकारी एसपी सिटी को दी. एसपी सिटी ने इस प्रकरण की गहनता से जांच की. जांच में यह सामने आया कि रेस्टोरेंट मालिक द्वारा वायरल किया गया वीडियो फर्जी था. सीसीटीवी फुटेज की जांच में यह पता चला कि वीडियो में दिख रहा शख्स असल में हरी मिर्च दे रहा था, न कि हड्डी. रेस्टोरेंट मालिक ने अपनी साख बचाने के लिए इस वीडियो को गलत तरीके से पेश किया था.

पीड़ित ने लगाई न्याय की गुहार

प्रेस वार्ता के दौरान पीड़ित शशांक सिंह ने बताया कि इस फर्जी वीडियो के कारण सोशल मीडिया और नेशनल टीवी पर उनकी बहुत बदनामी हुई है. उन्होंने मांग की है कि ऐसे रेस्टोरेंट संचालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, जो झूठी और भ्रामक खबरें फैलाकर आम लोगों को बदनाम करने की कोशिश करते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग अपने रेस्टोरेंट की साख बचाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं.

हड्डी नहीं, हरी मिर्ची थी

जांच में पता चला है कि ये हड्डी नहीं, हरी मिर्च की CCTV फुटेज थी. हड्डी वाली प्लेट दूसरी थी, जिसकी CCTV रेस्टोरेंट ने दिखाई ही नहीं और उन दोस्तों को बदनाम कर दिया. इसपर शशांक सिंह ने कहा कि उन्होंने वेज खाने का ऑर्डर दिया था. उनके दोस्त की एक थाली में हड्डी मिलने के बाद इसकी सूचना हमने रेस्टोरेंट मालिक को दी. लेकिन रेस्टोरेंट मालिक ने हमारे साथ बुरा व्यवहार करते हुए पुलिस को बुला लिया. मालिक ने एक वीडियो वायरल किया जिसमें यह दिखाया गया कि हम लोगों में से किसी ने हड्डी थाली में रखी है.

इसके बाद एसपी सिटी को हम लोगों ने इस प्रकरण के बारे में बताया. एसपी सिटी ने इस प्रकरण की गहनता से जांच की तो जांच रिपोर्ट में यह सामने आया कि रेस्टोरेंट संचालक द्वारा जो वीडियो वायरल किया गया, वह पूरी तरीके से फर्जी है. अपने रेस्टोरेंट की साख बचाने के लिए उसने ऐसा ड्रामा किया था.

Advertisements