जासूसी कांड में नया मोड़! ज्योति मल्होत्रा के बाद अब एक और यूट्यूबर जांच के घेरे में, IB ने की पूछताछ

हरियाणा के हिसार में मशहूर यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के बाद से खुफिया एजेंसियां जांच में जुटी हुई हैं. पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पकड़ी गई ज्योति के मामले में अब ओडिशा का कनेक्शन भी सामने आ गया है. केंद्रीय खुफिया एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और पुरी पुलिस के संयुक्त प्रयासों से इस मामले की जांच अब पुरी तक पहुंच गई है. यहां एक अन्य यूट्यूबर प्रियंका सेनापति से पूछताछ की गई है.

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ज्योति मल्होत्रा, जो अपने व्लॉग्स और सोशल मीडिया कंटेंट के लिए फेमस थी, उस पर आरोप है कि वह भारतीय सेना और रणनीतिक ठिकानों से जुड़ी संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान को भेजती थी. महीनों की निगरानी और साक्ष्यों के आधार पर उसे छह अन्य आरोपियों के साथ गिरफ्तार किया गया है. यह गिरफ्तारी एक साइबर-जासूसी नेटवर्क के उजागर होने की ओर संकेत कर रही है, जिसमें सोशल मीडिया और डिजिटल इन्फ्लुएंसर्स का इस्तेमाल कर देश के भीतर से जानकारी लीक की जा रही है.

सूत्रों के अनुसार, सितंबर 2024 में ज्योति मल्होत्रा ने पुरी की यात्रा की थी. इस दौरान उसने जगन्नाथ मंदिर और उसके आसपास के सरकारी परिसरों की तस्वीरें और वीडियो बनाए. सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि इन स्थानों की जानकारी को डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के जरिए पाकिस्तान में मौजूद ऑपरेटिव्स को भेजा गया. जांच एजेंसियों को यह भी शक है कि इस दौरान ज्योति ने प्रियंका सेनापति से मुलाकात की थी या संपर्क में रही थी.

ज्योति मल्होत्रा ​​और औडिशा के पुरी की कंटेंट क्रिएटर प्रियंका सेनापति के बीच संदिग्ध संबंधों के सामने आने के बाद इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) ने पुरी पुलिस के साथ मिलकर जांच शुरू की है. ज्योति ने सितंबर 2024 में पुरी का दौरा किया था.

इस दौरान जगन्नाथ मंदिर और आस-पास के सरकारी प्रतिष्ठानों सहित कई खास जगहों की तस्वीरें और वीडियो कैप्चर किए. सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि इन स्थानों से संवेदनशील दृश्य और डेटा विदेशी गुर्गों को भेजा जा सकता है. इस सिलसिले की जांच को लेकर आईबी अफसरों ने पुरी की यूट्यूबर प्रियंका सेनापति से पूछताछ की है.

प्रियंका सेनापति ने दी सफाई

जांच के दायरे में आई पुरी की यूट्यूबर प्रियंका सेनापति ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर अपनी स्थिति स्पष्ट की. उन्होंने कहा कि ज्योति सिर्फ मेरी एक यूट्यूब की दोस्त थी. मैं उसके किसी भी गलत काम से अनजान थी. अगर पता होता कि वह दुश्मन देश के लिए जासूसी कर रही है, तो मैं उससे कोई संपर्क नहीं रखती. प्रियंका ने आगे कहा कि मैं सिर्फ प्रोफेशनल कॉन्टेंट के जरिए उसे जानती थी. व्यक्तिगत तौर पर इस खबर से हैरान हूं. मैं जांच में पूरा सहयोग देने को तैयार हूं.

ज्योति की गिरफ्तारी और प्रियंका से पूछताछ के बाद इंटेलिजेंस एजेंसियों ने पुरी, भुवनेश्वर और अन्य पर्यटन स्थलों की निगरानी बढ़ा दी है, जहां विदेशी नागरिक या संदिग्ध लोग आसानी से घूमते हैं. विशेष रूप से ऐसे कंटेंट क्रिएटर्स पर नजर रखी जा रही है, जो ड्रोन, DSLR और प्रोफेशनल कैमरों का इस्तेमाल करते हुए सार्वजनिक स्थानों पर शूटिंग करते हैं.

सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह केस एक नए किस्म के खतरे की तरफ इशारा करता है, जिसमें सोशल मीडिया का उपयोग साइबर-एजेंट्स द्वारा जानकारी इकट्ठा करने और उसे भेजने के लिए किया जा रहा है. एक सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि आज का जासूस किसी बॉर्डर से नहीं आता, वह आपके फोन की स्क्रीन के पीछे होता है.

जांच एजेंसियों के अनुसार, यह केस बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है, जिसकी तह तक पहुंचने के लिए ओडिशा से लेकर हरियाणा तक कई जगहों पर जांच चल रही है. यदि यह साबित हो जाता है कि किसी भी प्रकार की जानकारी प्रियंका सेनापति तक भी पहुंची या साझा की गई, तो इस मामले में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. फिलहाल, दोनों के बीच की बातचीत, सोशल मीडिया इंटरैक्शन और डेटा शेयरिंग की गहराई से जांच की जा रही है.

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