प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया की 17 फीसदी आबादी होने के बावजूद ग्लोबल कार्बन एमिशन में भारत की हिस्सेदारी सिर्फ 4 फीसदी है. उन्होंने कहा कि दुनिया को बर्बाद करने में हमारा कोई रोल नहीं है. प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया की तुलना में हम भी सिर्फ कार्बन फ्यूल जलाकर अपनी ग्रोथ को सपोर्ट कर सकते थे, लेकिन हमने ग्रीन ट्रांजिशन का रास्ता चुना. प्रकृति प्रेम के हमारे संस्कारों ने हमें गाइड किया है, इसलिए हम सोलर, विंड, हाइड्रो, ग्रीन हाइड्रोजन और न्यूक्लियर एनर्जी पर इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं.
Long Island, New York: Addressing the Indian diaspora at Nassau Coliseum, PM Modi says, "The values of love for nature have guided us, which is why we are investing in solar, hydro, green hydrogen, and nuclear energy. Since 2014, India has increased its solar energy installation… pic.twitter.com/0HdR2aAQJq
— IANS (@ians_india) September 22, 2024
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत जी-20 का ऐसा देश है जिसने पेरिस क्लाइमेट गोल्स को सबसे पहले पूरा किया है, 2014 के बाद से भारत ने अपनी सोलर एनर्जी इंस्टॉल कैपेसिटी को 30 गुना से से ज्यादा बढ़ाया है. हम देश के हर घर को सोलर पावर होम बनाने में जुटे हैं, इसके लिए हमने रूफ टॉप मिशन शुरू किया है. आज हमारे रेलवे स्टेशन औऱ एयरपोर्ट सोलराइज हो रहे हैं, भारत घरों से लेकर सड़कों तक एनर्जी एफिशिएंट लाइटिंग के प्रयासों पर चल पड़ा है. भारत में बहुत बड़ी संख्या में ग्रीन जॉब्स पैदा हो रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का भारत एजुकेशन, स्किल, रिसर्च औऱ इनोवेशन के दम पर आगे बढ़ रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी नालंदा यूनिवर्सटी के नाम से परिचित हैं. भारत की प्रचीन नालंदा यूनिवर्सिटी नए अवतार में सामने आई है. आज भारत सिर्फ यूनिवर्सिटी को ही नहीं, बल्कि नालंदा स्पिरिट को भी रिवाइव कर रहा है. पूरी दुनिया के स्टूडेंट्स भारत आकर पढ़ें हम इस तरह का आधुनिक ईको सिस्टम बना रहे हैं, बीते 10 साल में भारत में हर सप्ताह एक यूनिवर्सिटी बनी है. हर दिन 2 नए कॉलेज बने हैं. हर दिन एक नई आईटीआई की स्थापना हुई है. 10 साल में ट्रिपल आईटी की संख्या 9 से बढ़कर 25 हो गई है. पिछले 10 साल में मेडिकल कॉलेजों की संख्या भी दोगुनी हुई है.