राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम ने मंगलवार यानी 24 सितंबर को तमिलनाडु के 11 स्थानों पर छापा मारा. टीम की तलाशी जारी है. बताया जा रहा है कि यह छापेमारी आईएसआईएस आतंक और टेरर फंडिंग एंड रिक्रूटमेंट को लेकर चल रही है.
दरअसल, राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने रविवार (22 सितंबर 2024) को हैदराबाद के सैदाबाद के शंखेश्वर बाजार में एक रिहायशी अपार्टमेंट में छापा मारकर व्यापक तलाशी अभियान चलाया था. बताया गया है कि यह तलाशी हाल ही में अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन आईएसआईएस के संदिग्ध सदस्य रिजवान अली की गिरफ्तारी से सीधे तौर पर जुड़ी हुई थी. रिजवान अली विस्फोटकों में अपनी विशेषज्ञता के लिए जाना जाता है.
दिल्ली का रहने वाला है रिजवान
दिल्ली के रहने वाले रिजवान को 9 अगस्त को दिल्ली स्पेशल सेल ने पकड़ा था. सूत्रों के अनुसार, वह कई भारतीय शहरों में हमलों की साजिश रच रहा था. शंखेश्वर बाजार में ग्रीन व्यू अपार्टमेंट पर छापेमारी की यह कार्रवाई रिजवान से पूछताछ के बाद की गई. पूछताछ के दौरान, रिजवान ने हैदराबाद में अपने रहने के बारे में जानकारी दी, जिसमें बताया कि वह कपड़ा व्यापारी की आड़ में लगभग 6 महीने से अपार्टमेंट में रह रहा था. आतंकी गतिविधियों की साजिश रचने के दौरान वह लो प्रोफाइल बना रहा. रिजवान के साथ एनआईए ने उसके छिपने के समय से संबंधित सबूतों के लिए अपार्टमेंट की तलाशी ली.
#WATCH | Chennai, Tamil Nadu: NIA conducts search at the houses of the persons associated with Hizb ut-Tahrir Organization
A case was registered in the Chennai Police Department for recruiting people to the banned organization "Hizb ut-Tahrir" pic.twitter.com/4KvORXpykl
— ANI (@ANI) September 24, 2024
रिजवान का फरहतुल्लाह गौरी से संबंध होने का है शक
सूत्रों के अनुसार, NIA को शक है कि रिजवान का संबंध फरार आतंकवादी फरहतुल्लाह गौरी से था, जो हैदराबाद का रहने वाला है और कई साल से NIA के रडार पर है. माना जा रहा है कि विदेश से काम कर रहा गौरी, रिजवान को उसकी गतिविधियों में गाइड करता था, जिसमें सैदाबाद अपार्टमेंट किराए पर लेना भी शामिल है.
2015-16 में ISIS से जुड़ा था रिजवान
रिजवान अली ने अपनी डिग्री पूरी करने के बाद 2015-16 में ISIS जॉइन किया. वह 2017 में झारखंड के रहने वाले शाहनवाज के संपर्क में आया. शाहनवाज एक प्रभावशाली ISIS रिक्रूटर था, जो उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में आतंकी संगठन की पहुंच बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा था. शहनवाज का ISIS मॉड्यूल जून 2023 में पुणे पुलिस की जांच के दायरे में आया, जिसके कारण इसमें शामिल कई लोगों की गिरफ्तारी हुई. हालांकि, रिजवान पकड़ से बच गया और उत्तर प्रदेश के संभल क्षेत्र में छिपकर अंडरग्राउंड हो गया.