जोड़ला मंदिर में निर्वाण लाडू महोत्सव का हुआ आयोजन, भगवान पार्श्वनाथ को चढ़ाए गए निर्वाण लाडू…सैकड़ों श्रद्धालु हुए शामिल

बारां: जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ का मोक्ष कल्याणक पर्व जिलेभर में श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के साथ मनाया गया. श्रावण शुक्ल सप्तमी के इस पावन अवसर पर जैन समाज ने मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना, शांतिधारा, निर्वाण लाडू चढ़ाने तथा धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया.

भगवान पार्श्वनाथ ने सम्मेद शिखरजी के स्वर्णभद्र कूट पर्वत पर 70 वर्षों तक धर्मोपदेश देने के पश्चात 100 वर्ष की आयु में मोक्ष प्राप्त किया था.  उनके निर्वाण दिवस को जैन समाज मोक्ष कल्याणक के रूप में मनाता है, जो आत्मशुद्धि, तपस्या, और अहिंसा के आदर्शों का प्रतीक है.

जिले के प्रसिद्ध जैन जोड़ला मंदिर में इस अवसर पर गुरुवार सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. मंदिर प्रांगण में निर्वाण लाडू महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें समाजजनों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया. जैन समाज के लोगों ने सामूहिक रूप से शांतिधारा की और पुण्य लाभ अर्जित किया. समाज के परिवारजन ने एकजुट होकर भगवान को निर्वाण लाडू अर्पित किया. मंदिर में आयोजित भक्ति कार्यक्रमों, अभिषेक, पूजन, तथा प्रवचन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे.

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