बिहार में पिछले 17 दिनों में छोटे-बड़े 11 पुल गिरे हैं. राज्य में लगातार गिर रहे पुल पर बिहार सरकार में अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस की. उन्होंने कहा है कि दोषी अभियंता और ठेकादार को चिन्हित कर कठोर कार्रवाई जा जाएगी.
अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने कहा है कि 3 और 4 जुलाई के बीच सीवान और सारण जिले में गंडक नदी पर 6 पुल-पुलिया ढह गए. मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद इंजीनियर और ठेकेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. ये सभी पुल 30 वर्ष पुराने थे. इंजीनियर को इसका ध्यान रखना चाहिए था.
अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि पुलिया को क्षतिग्रस्त होने के मामले को बिहार सरकार ने गंभीरता से लिया है. इस पूरे मामले की जांच उड़न दस्ता संगठन को दिया गया है. मामले से संबंधित दोषी अभियंता और संवेदक के विरोध कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पत्रकारों से कहा है कि जो पुलिया ध्वस्त हो गए हैं उनकी जगह नए ब्रिज का निर्माण किया जाएगा. साथ ही नदी पर स्थित अन्य जर्जर पुल की जगह भी नए ब्रिज का निर्माण किया जाएगा.
बिहार में लगातार गिर रहे पुल पर राजनीति भी तेज हो रही थी. बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट मैं बिहार सरकार पर जबरदस्त निशाना साधा था. बिहार में धाराधार गिर रहे पुल पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया था.
विपक्ष समेत बिहार की जनता भी इस बात के इंतजार में थी कि आखिर कब नीतीश सरकार जागेगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी. अब बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव के तरफ से प्रेस कांफ्रेंस करके इस बात की जानकारी दी गई है कि बिहार में लगातार पल क्यों ध्वस्त हो रहे हैं इसकी जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.