बिहार के मुख्यमंत्री ने शनिवार 20 अप्रैल को लालू यादव का नाम लिए बिना उनके परिवार पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने कहा, ‘इतना बच्चा कोई पैदा करता है क्या? पहले खुद हटे तो बीवी को सीएम बना दिया, अब आजकल बच्चों को लगा रहे हैं. पैदा तो बहुत किया, इतने बच्चे कोई पैदा करता है क्या? अपनी दो बेटी और दो बेटों को राजनीति में लगा दिया है. ये परिवार किसी की नहीं है, बल्कि अपने परिवार की पार्टी है.’
कटिहार जिले के डंडखोरा के डुमरिया हाई स्कूल मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए नीतीश बोले कि ये पार्टी किसी की नहीं है बल्कि अपने परिवार की पार्टी है. उन्होंने लोगों से विकास के मुद्दे पर NDA उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने की अपील की. इसे पहले नीतीश ने पूर्णिया में जनसभा की थी.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
दरअसल, इस चुनाव में लालू की बेटी रोहिणी आचार्य को सारण से और राज्यसभा सदस्य मीसा भारती को पाटलिपुत्र से RJD प्रत्याशी बनाया गया है.
सीएम नीतीश ने कहा कि उन लोगों को खुला छोड़ा तो इधर से उधर गड़बड़ी कर रहे थे. बर्दाश्त से बाहर हुआ तो अलग होना पड़ा. कब्रिस्तान की घेराबंदी का काम किया. मुस्लिम महिलाओं के उत्थान के लिए 25 हजार की सहायता राशि देनी शुरू की.
महिलाओं के प्रजनन दर पर भी बोले सीएम, कहा- लोग शिक्षित हुए तो बिहार में प्रजनन दर में कमी आई. बिहार की लड़कियों को साइकिल, पोषक, मैट्रिक से लेकर ग्रेजुएशन तक के बच्चियों के लिए स्कॉलरशिप की शुरुआत की.
तेजस्वी यादव ने नीतीश के बयान पर कहा, ‘नीतीश हमारे लिए आदरणीय और सम्माननीय हैं. उनका अधिकार है हमारे ऊपर उनको जो कहना है कहें और उनका हर वाक्य हमारे लिए आशीर्वाद वचन होगा. सवाल तो यह है कि क्या व्यक्तिगत बात बोलने से बिहार के लोगों का भला होगा. इस समय ऐसी व्यक्तिगत बातें बोलनी नहीं चाहिए, लेकिन चुनाव में सिर्फ और सिर्फ मुद्दे की बात होनी चाहिए. और ऐसे शब्दों से किसका फायदा है ना तो बिहार के लोगों का फायदा है और ना ही उनका.