Vayam Bharat

‘विधानसभा चुनाव में AAP से गठबंधन नहीं’, दिल्ली के बाद हरियाणा में भी बढ़ी कांग्रेस-आप की दूरी

दिल्ली के बाद हरियाणा में ये भी लगभग साफ हो गया है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) विधानसभा का चुनाव अलग-अलग लड़ेंगी. हरियाणा कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में गठबंधन नेशनल लेवल पर था, लेकिन विधानसभा चुनाव में कोई गठबंधन नहीं होगा.

Advertisement

हरियाणा में कांग्रेस और आप ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. राज्य की 10 लोकसभा सीटों में से 5 पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की, जबकि 5 सीटें बीजेपी के खाते में गईं. इससे पहले आप ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ किसी भी गठबंधन से इनकार करते हुए कहा कि यह शुरू से ही स्पष्ट था कि गठबंधन की मौजूदा व्यवस्था केवल लोकसभा चुनाव के लिए थी.

गोपाल राय ने क्या कहा?

दिल्ली के वरिष्ठ मंत्री गोपाल राय ने कहा, ‘यह शुरू से ही स्पष्ट है कि इंडिया गठबंधन लोकसभा के लिए है. हमने ईमानदारी के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ा है. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कोई गठबंधन नहीं है. हम लड़ेंगे. दिल्ली में इस लड़ाई को दिल्ली के लोगों के साथ मिलकर लड़ा गया.’

लोकसभा चुनावों में AAP और कांग्रेस ने दिल्ली, हरियाणा और गुजरात में सीट बंटवारे की व्यवस्था की, जबकि वे असम और पंजाब में एक-दूसरे के खिलाफ लड़े. गोपाल राय ने कहा कि हमने बेहद विपरीत परिस्थितियों में लोकसभा चुनाव लड़ा. हमारे शीर्ष नेता जेल में हैं. सभी सीटों पर जीत का अंतर कम हो गया है. केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आप कार्यकर्ताओं में निराशा थी लेकिन पार्टी कठिन परिस्थितियों में भी एकजुट रही और तानाशाही के खिलाफ अच्छी लड़ा.

दिल्ली के नतीजों पर उन्होंने कहा कि आप-कांग्रेस गठबंधन का सबसे बड़ा फायदा यह हुआ कि बीजेपी उम्मीदवारों की जीत का अंतर कम हो गया. उन्होंने कहा, बैठक में फैसला लिया गया कि 8 जून को हम पार्षदों के साथ बैठक करेंगे और 13 जून को दिल्ली के सभी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे. चूंकि केजरीवाल जेल में हैं, इसलिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा.

Advertisements