बिहार सरकार के मंत्री और नीतीश कुमार के करीबी नेता अशोक चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत के क्रम में एक बड़ा बयान दिया है. दोनों सदनों से वक्फ विधेयक के पास हो जाने के बाद नीतीश कुमार की लगातार हो रही घेराबंदी पर अशोक चौधरी ने कहा कि देश के किसी नेता की औकात नहीं है कि बीजेपी के साथ रहकर अल्पसंख्यक के हितों की रक्षा इस तरह कर सके. नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ रहते हुए अल्पसंख्यकों की रक्षा की. 20 वर्षों तक अल्पसंख्यक के लिए काम करके दिखाया है.
अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार पर सवाल उठाने वाले अपने गिरेबान में झांक कर देखें. हम लोगों को किसी मौलाना की जरूरत नहीं. हम लोग जनता के लिए काम करते हैं. जनता को अच्छा लगेगा कि हम लोग उनके लिए काम कर रहे हैं तो वोट करेगी.
बता दें वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन करने पर विपक्षी दल एवं मुस्लिम संगठन नीतीश कुमार का विरोध कर रहे हैं. मुस्लिम विरोधी बता रहे हैं. इसी बीच अशोक चौधरी का यह बयान आया है. बीते मंगलवार की रात जेडीयू एमएलसी खालिद अनवर के आवास पर ईद को लेकर हुए कार्यक्रम में अशोक चौधरी ने यह बयान दिया. अब अशोक चौधरी के बयान से सवाल उठ रहा है कि क्या बीजेपी अल्पसंख्यक विरोधी है?
अशोक चौधरी पर आरजेडी ने किया पलटवार
आरजेडी के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि जेडीयू कोटे के मंत्री अशोक चौधरी ने बयान देकर खुद स्वीकार कर लिया है कि उनकी सहयोगी बीजेपी मुस्लिम हितों की रक्षा नहीं करती है. अब इससे साफ है कि सीएम की कुर्सी पर बने रहने के लिए नीतीश कुमार बीजेपी के साथ हैं. एजाज अहमद ने आगे कहा कि अशोक चौधरी यह भी कह रहे हैं कि हम लोगों को मौलाना की जरूरत नहीं. इसका मतलब वह मुस्लिमों को दिग्भ्रमित कर रहे हैं. जब मौलानाओं की जरूरत नहीं तो कल फिर क्यों ईद मिलन कार्यक्रम में टोपी और साफा पहन कर गए थे?