रायबरेली : फर्रुखाबाद की घटना से सबक लेने की जरूरत है.रायबरेली में भी अवैध रूप से भूमिगत तल (बेसमेंट) में कोचिंग, अस्पताल व अन्य कारोबारी गतिविधियां चल रही हैं. जबकि बेसमेंट में इस तरह की गतिविधि पूरी तरह से अवैध है.जरूरी सुरक्षा इंतजाम की कमी से बेसमेंट में हादसे का खतरा भी है.
फर्रुखाबाद में शनिवार दोपहर सेंट्रल जेल के पास अवैध रूप से संचालित कोचिंग सेंटर में भीषण धमाके की घटना में दो छात्रों की मौत हो गई। सात अन्य घायल हैं.अधिकारी भूमिगत तल में बने सीवर टैंक में मीथेन गैस के रिसाव को विस्फोट की वजह मान रहे हैं। हालांकि सही वजह जानने के लिए एटीएस व तीन सदस्यीय डीएम की बनाई कमेटी जांच कर रही है.
इधर, रायबरेली जिले में भी बेसमेंट में अवैध तरीके से कारोबारी गतिविधियां चल रही हैं। शहर से लेकर ग्रामीणों इलाकों में भूमिगत तल में कोचिंग,अस्पताल व डायग्नोस्टिक सेंटर संचालित हैं.ये गतिविधियां घनी आबादी क्षेत्र में संचालित हैं.
ऐसे में यदि कोई घटना हो तो त्वरित मदद पहुंचने में भी मुश्किल आएगी.लोगों का कहना है कि जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं देते हैं.इसकी वजह से बेसमेंट में लोग कारोबारी गतिविधियां संचालित करने लगते हैं.