ईरान में शुक्रवार को हुए राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव में किसी भी उम्मीदवार को बहुमत नहीं मिला है. किसी भी उम्मीदवार को बहुमत के लिए 50 फीसदी वोट नहीं मिलने के कारण अब अगले शुक्रवार फिर से चुनाव होंगे.
इसमें सबसे अधिक वोट हासिल करने वाले शीर्ष दो उम्मीदवार सईद जलीली और मसूद पजशकियान के बीच मुकाबला होगा. सबसे अधिक मसूद पजशकियान को मिला वोट
चुनाव आयोग के प्रवक्ता मोहसेन इस्लामी ने कहा कि चुनाव में 2 करोड़ 45 लाख वोट पड़े. इसमें सबसे अधिक 1 करोड़ 4 लाख वोट मसूद पजशकियान को मिले. दूसरे नंबर पर सईद जलीली रहे जिन्हें 94 लाख वोट मिले.
तीसरे नंबर पर संसद के स्पीकर मोहम्मद बाकर कालीबाफ रहे जिन्हें 33 लाख वोट मिले और आखिरी नंबर पर रहने वाले मुस्तफा पोरमोहम्मदी को 2 लाख 6 हजार वोट मिले.
एकजुटता दिखा रहे रिवॉल्यूशनरी फोर्स के नेता
बुधवार रात को उपराष्ट्रपति आमिर हुसैन काजीजादेह हाशमी ने अपना नाम वापस ले लिया था. उन्होंने कहा कि रिवॉल्यूशनरी फोर्स की एकता बनाए रखने के लिए उन्होंने ये कदम उठाया है.
काजीजादेह हाशमी ने उम्मीद जताई कि रेस में शामिल अन्य उम्मीदवार, मोहम्मद बाकर कालीबाफ, सईद जलीली और अली रजा जकानी रिवॉल्यूशनरी फोर्स को मजबूत करने के लिए चुनाव से पहले आम सहमति पर पहुंच जाएंगे.
तेहरान के मेयर भी पीछे हटे
उपराष्ट्रपति काजीजादेह हाशमी की अपील के कुछ घंटे बाद तेहरान के मेयर अली रजा जकानी ने पीछे हटने का फैसला किया.उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इसकी घोषणा की.
जकानी 2021 में भी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की दावेदारी मजबूत करने के लिए पीछे हट गए थे. जकानी ने रेस में शामिल अन्य दो कट्टरपंथी उम्मीदवारों से एकजुटता दिखाने का आह्वान किया है.