श्योपुर : तपती धूप में सैकड़ों की तादाद में महिलाएं बच्चे और पुरुष हाथों में खाली बर्तन लेकर गांव से निकल पड़ते हैं, तकरीबन 1 किलोमीटर दूर बोर तक पहुंचते हैं और फिर पानी लाते हैं और अपने घर ले जाते हैं. पेयजल संकट से जूझ रहे गाँव के बाशिन्दे बताते हैं कि यही पानी को पीने पर वह मजबूर हैं, पानी के लिए इलाके में न तो हैंडपंप है और न ही कोई अन्य साधन.
महिलाएं और बच्चे पुरुष समेत पशु बूंद बूंद पानी को तरस रहे
भीषण गर्मी के साथ ही श्योपुर जिले के वनांचल क्षेत्रों में पानी का संकट गहराने लगा है. सरकार के दावे और प्रशासन की उदासीनता और नल जल योजना के अधूरे कामों के चलते आदिवासी महिलाएं पानी की बूंद-बूंद को तरस रही हैं.हालात इतने भयावह हैं कि पनवाड़ा गांव की आदिवासी महिलाएं, बच्चियां और पुरुष सिर पर खाली बर्तन रखकर करीब 1 किलोमीटर दूर से पानी लाने को मजबूर है.
दर दर भटक रहे आदिवासी और जाटव समाज के लोग अधिकारी सुध लेने तक नहीं पहुंच रहे
भीषण गर्मी में एक तरफ जहां सूरज अपने रौद्र रूप में आ गया है तो बही दूसरी और पानी की किल्लत से जुझ रहे इन ग्रामीणों की सुध लेने के लिए प्रशासन ने अभी तक सुध नहीं ली, महिलाएं,बच्चे, और पुरुष दूर दूर से पानी लाकर अपनी प्यास बुझने को मजबूर बने हैं।पंरतु सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के बाद न तो पंचायत से लेकर पीएचई विभाग के कर्मचारी यहां पहुंचे हैं और न ही जिला प्रशासन के अधिकारियों ने इस गंभीर समस्या पर ग्रामीणों की सुध ली है। ऐसी हालात में ग्रामीण अब सरकार और प्रशासन के अधिकारियों पर आग बबूला हो रहे है.
विधायक के गांव के पास गांव में यह हालात विधायक ने भी उनकी नहीं ली सुध
श्योपुर जिले के विजयपुर विधानसभा सीट से विधायक मुकेश मल्होत्रा सिलपुरी गांव के मूल निवासी है।उनका गांव भी इसी पनवाड़ा गांव के पास है। पंरतु विधायक मुकेश मल्होत्रा ने भी इन ग्रामीणों की हालातों पर ध्यान नहीं दिया।
महिलाएं बोली बिजली और पानी की किल्लत से परेशान, की सुनने बाला नहीं
पनवाड़ा गांव की महिलाएं बोली कि हमारी गांव में पानी की किल्लत बनी हुई है.1 किलोमीटर दूर से महिलाएं बच्चे और पुरुष पानी लाने को मजबूर हैं.और बिजली की समस्या बनी हुई हैं. ग्रामीणों ने पंचायत के सरपंच और सचिव को इस समस्या से अवगत करा दिया पंरतु उन्होंने हमारी समस्या पर ध्यान नहीं दिया,अधिकारी भी हमारी सुनवाई नहीं कर रहे है.
जब इस मामले की जानकारी जनपद सीईओ कराहल राकेश शर्मा को उनके मोबाइल पर दो बार कॉल किए गए परंतु उनका मोबाइल आउट ऑफ कवरेज एरिया बता रहा है.