CBI ने बुधवार (17 सितंबर, 2025) को हरियाणा के बहादुरगढ़ से फरार चल रहे चंदन तस्कर राजकुमार शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है. ये आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था और इस पर मध्य प्रदेश के धामनोद फॉरेस्ट रेंज से 15350 किलो से ज्यादा चंदन की तस्करी करने का आरोप है.
CBI के मुताबिक, मध्य प्रदेश सरकार की शिकायत पर सीबीआई ने 20 अगस्त 2024 को केस दर्ज किया था. जांच में सामने आया कि कई लोग इस चंदन तस्करी रैकेट में शामिल थे. इनमें बक्तवच्चलम, बी. बालामुरगन, थमिम अंसारी, शिव कुमार, राजकुमार शर्मा और ईश्वर चंदर शर्मा के नाम सामने आए.
छह आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखि
लंबी जांच के बाद सीबीआई ने 20 दिसंबर 2024 को इन सभी छह आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की. केस धार, मध्य प्रदेश की अदालत में चला. अदालत ने सभी आरोपियों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था. CBI को राजकुमार शर्मा के बहादुरगढ़ में छिपे होने की जानकारी मिली. तुरंत टीम ने रेड कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जिसे अब ट्रांजिट रिमांड पर पेश किया जाएगा.
चंदन तस्करी क्यों है बड़ा अपराध?
लाल चंदन बेहद कीमती लकड़ी है, जिसका इस्तेमाल दवाइयों, सजावट और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कई प्रोडक्ट्स में होता है. इसकी तस्करी से ना सिर्फ देश को आर्थिक नुकसान होता है, बल्कि जंगल और पर्यावरण को भी गंभीर खतरा पहुंचता है. यही वजह है कि सरकार ने इसके लिए कड़े कानून बनाए हैं.