राजगढ़ जिला अस्पताल परिसर में आयोजित होने वाले एक शासकीय कार्यक्रम में बतौर अतिथि बुलाए गए कांग्रेस के जिला पंचायत अध्यक्ष चंदर सिंह सोंधिया का पारा उस समय सातवें आसमान पर पहुंच गया,जब उन्हें वहां कही भी अपना नाम तक नज़र नहीं आया,जिसके बाद उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारी की क्लास लगाते हुए उसे नालायक तक कह डाला और जमीन पर ही बैठ गए.
मध्यप्रदेश में कमोबेश बीस वर्षों से अधिक सत्ता में रहने वाली भाजपा ने कांग्रेस के उन जनप्रतिनिधियों को जिन्हें क्षेत्र की जनता ने चुनकर एक जनप्रतिनिधि बनाया है,उन्हें भाजपा कार्यकर्ताओ से भी निचली फहरिस्त में शामिल कर लिया है,ऐसे मामले एक दो नहीं बल्कि पूर्व में भी कई बार सामने आ चुके है,जब शासकीय कार्यक्रमों में कांग्रेस के चुने हुए जनप्रतिनिधियों को बुलाकर बेइज्जत किया जाता है, और प्रोटोकॉल के तहत उनका नाम सूची में नहीं रखा जाता.
ऐसा ही एक मामला मंगलवार को राजगढ़ जिला मुख्यालय में आयोजित एक शासकीय कार्यक्रम में देखने को मिला है, जहां कांग्रेस के जिला पंचायत अध्यक्ष चंदर सिंह सोंधिया का नाम शासकीय कार्यक्रम का आयोजन करने वाले जिम्मेदार अधिकारियो ने शिलालेख पट्टी और प्रोटोकॉल के तहत अन्य जगह पर लेना और लिखना गवारा ही नहीं समझा,जिससे वे इतने नाराज हुए कि उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारी को नालायक तक कह डाला,और नाराज होकर जमीन पर ही बैठ गए,जिन्हे कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा और राज्यमंत्री गौतम टेटवाल मनाकर मंच पर ले गए,जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहे है.
आपको बतादे गुस्से से तिलमिलाए जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि,हम विपक्ष के है इसका मतलब ये नहीं कि आप हर जगह हमारा अपमान करोगे,हर जगह जनप्रतिनिधियों का अपमान किया जाता है,जबकि में एक जिला पंचायत का अध्यक्ष हु.