डॉलर के मुकाबले रुपया ही नहीं, दुनियाभर की करेंसी भी गिरी… लोकसभा में बोलीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

लोकसभा में इन दिनों बजट सत्र चल रहा है. बीते कई दिनों से सभी सांसदों ने बजट पर अपनी-अपनी बाते कही और कई सवाल पूछे. इन्हीं सवालों का जवाब आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में दिया. इस दौरान उन्होंने डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमतों में लगातार हो रही गिरावट को लेकर कहा कि इसमें कई फैक्टर काम करते हैं. दुनियाभर के देशों की करेंसी गिरी है. उन्होंने आगे कहा कि इंडोनेशिया से लेकर जी-10 करेंसी, जापानी येन, ब्रिटिश पाउंड, यूरो तक की कीमतें डॉलर के मुकाबले गिरी हैं.

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वहीं, अपने संबोधन की शुरुआत में ही उन्होंने वैश्विक अनिश्चितताओं का जिक्र किया और कहा कि इस बजट को ऐसे चुनौतीपूर्ण माहौल में तैयार किया गया है, जहां मध्य-पूर्व से लेकर यूक्रेन युद्ध तक के संकट चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस बजट का उद्देश्य भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के साथ-साथ समावेशी विकास की दिशा में ठोस कदम उठाना है.

अन्नदाता, गरीब, नारी और युवाओं का बजट- वित्त मंत्री

इस बजट में विशेष रूप से अन्नदाता, गरीब, नारी और युवा को प्राथमिकता दी गई है. वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार ने विकास के लिए कुछ आवश्यक कदम उठाए हैं, ताकि भारत वैश्विक मंच पर अपनी स्थिति को और मजबूत बना सके. इसके साथ ही उन्होंने राज्य सरकारों को आवंटित की गई राशि पर भी जोर दिया.

राज्यों को मिले 25.01 लाख करोड़ रुपये

उन्होंने बताया कि 25.01 लाख करोड़ रुपये राज्यों के लिए आवंटित किए गए हैं, जो पिछले साल की तुलना में अधिक है. इनमें केंद्र की योजनाओं के साथ ही वित्त आयोग की निधि भी शामिल है. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस राशि में किसी भी महत्वपूर्ण कैपिटल एक्सपेंडिचर में कोई कमी नहीं की गई है और पिछले कुछ सालों में इसमें लगातार बढ़ोतरी हुई है.

आर्थिक मंदी और कोविड-19 का भी किया जिक्र

इसके साथ ही वित्त मंत्री ने राज्यों को 50 साल तक ब्याज मुक्त कर्ज देने के सरकार के फैसले के बारे में भी बताया, जो राज्य सरकारों को जरूरी वित्तीय सहायता प्रदान करेगा. इसके अलावा, वित्त मंत्री ने 2008-09 की आर्थिक मंदी और कोविड-19 महामारी के बाद भारत की अर्थव्यवस्था की पुनर्निर्माण की प्रक्रिया का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि इन दोनों वैश्विक संकटों के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था को दुनिया की पांच सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल किया गया है.

राज्यों के खातों को लेकर कही ये बात

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यों को संबोधित करते हुए कहा कि कई योजनाओं के तहत करोड़ों रुपये उनके खातों में पड़े हुए हैं, जिनका उपयोग नहीं किया गया है. उन्होंने पीएम पोषण स्कीम, स्वास्थ्य मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, और जल जीवन मिशन के तहत राशि के उपयोग की अपील की, जिससे योजनाओं का सही क्रियान्वयन हो सके.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान फिस्कल डेफिसिट 9 फीसदी से बढ़कर अब 4.4 फीसदी पर आ गया है. उन्होंने बीएसएनएल सहित सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के लिए उठाए गए कदमों का जिक्र किया और कहा कि सरकार ने फूड और फर्टिलाइजर सब्सिडीमें इजाफा किया है.

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