भले ही आईपीएल 2025 में पंजाब किंग्स इलेवन को फाइनल में आरसीबी के हाथों हार का सामना करना पड़ा हो, लेकिन इस पूरे आईपील में जिस तरह से टीम उभरकर आई और खेल दिया. उसने आने वाले सालों के लिए बाकी टीम्स में एक बड़ी खतरे की घंटी जरूर बजा दी है. उसका एक कारण और भी है और वो है श्रेयस अय्यर की कप्तानी, जिसने टीम के मोराल को हमेशा से उठाए रखा. खैर यहां बात अब टीम और उनके परफॉर्मेंस की नहीं करेंगे. यहां बात होगी टीम के उस मालिक की जिसकी एंट्री के बाद से टीम की पूरी सूरत ही बदल गई.
अरे… रुक जाइये यहां बात ना तो नेस वाडिया की हो रही है, जो आईपीएल के ऑक्शन में दिखाई देते हैं; ना ही बात प्रीति जिंटा की, जो मैच के दौरान स्टेडियम में अपनी टीम को चियर करती हुई दिखाई देती हैं. वास्तव में यहां हम बात टीम के असली मालिक की कर रहे हैं. जिन्होंने आईपीएल के फाइनल में हार के बाद भी 1400 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई कर डाली. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर किंग्स इलेवन पंजाब के असली मालिक कौन है? और टीम के हार के बाद उनकी 1400 करोड़ रुपए की कमाई कैसे हो गई?
कौन है पीबीकेएस का असली मालिक?
किंग्स इलेवन पंजाब में कई लोगों की शेयर होल्डिंग है. जिसमें नेस वाडिया, प्रीति जिंटा और भी कई लोगों के नाम नजर आते हैं. लेकिन एक ग्रुप ऐसा भी है जिसके प्रोडक्ट्स देश का प्रत्येक आदमी यूज करता है. जी हां, हम यहां पर बात डाबर ग्रुप की कर रहे हैं. जिसके पास पीबीकेएस की हिस्सेदारी 48 फीसदी है. डाबर ग्रुप के चेयरमैन का नाम मोहित बर्मन है, जो फ्रैंचाइजी में सबसे बड़े शेयर होल्डर हैं. दूसरे को-ऑनर्स की बात करें तो उनमें वाडिया ग्रुप के नेस वाडिया हैं, जिनके पास 23 फीसदी और बॉलीवुड की फेमस एक्ट्रेस प्रीति जिंटा हैं, जिनके पास भी टीम की 23 फीसदी हिस्सेदारी है; इनके अलावा करण पॉल के पास बाकी 6 फीसदी हिस्सेदारी है।
डाबर के शेयरों में उछाल
पंजाग किंग्स इलेवल के आईपीएल फाइनल में हार के बाद भी डाबर के शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिली है. आंकड़ों पर बात करें तो कंपनी का शेयर 1.45 फीसदी की तेजी के साथ 492.55 रुपए पर बंद हुआ. जबकि शेयर बाजार बंद होने से कुछ मिनट पहले कंपनी का शेयर 493.55 रुपए के साथ दिन के हाई पर पहुंच गए थे. वैसे कंपनी का शेयर 486.55 रुपए के साथ ओपन हुआ था. एक समय पर कंपनी का शेयर 484.75 रुपए के दिन के लोअर लेवल पर पहुंच गया था. एक दिन पहले कंपनी का शेयर 485.50 रुपए पर बंद हुआ था. 17 सितंबर 2024 को डाबर का शेयर 672 रुपए के साथ 52 हफ्तों के हाई पर पहुंच गया था.
1400 करोड़ से ज्यादा की कमाई
खास बात तो ये है कि आईपीएल के फाइनल में हार के बाद भी पंजाब किंग्स के असली मालिक शेयर बाजार बंद होने से कुछ मिनट पहले 1400 करोड़ रुपए से ज्यादा कमा गए. वास्तव में डाबर के मार्केट कैप में इजाफा देखने को मिला है. बीएसई के आंकड़ों के अनुसार डाबर का मार्केट कैप एक दिन पहले 86,112.65 करोड़ रुपए पर था, जो बढ़कर बुधवार को 87,540.48 करोड़ रुपए पर आ गया. इसका मतलब है कि कंपनी के मार्केट कैप में 1,427.83 करोड़ रुपए का इजाफा देखने को मिला है.