कुख्यात माओवादी नेता सब्यसाची पांडा ओडिशा के गंजम जिले के बरहमपुर सर्किल जेल से मास्टर ऑफ आर्ट्स (एमए) की पढ़ाई कर रहा है. मंगलवार को एक अधिकारी ने बताया कि ग्रेजुएट होने के बाद वह अब मास्टर डिग्री कर रहा है. जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे सब्यसाची ओडिशा स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी (ओएसओयू) से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमए की पढ़ाई कर रहा हैं. दो दशक से भी अधिक समय तक पुलिस और प्रशासन को परेशान करने वाले सब्यसाची की अब पढ़ाई में काफी रुचि है और वे जेल में अपना ज्यादातर समय पढ़ाई में ही बिता रहा हैं.
पांडा, जिसने दो साल पहले इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) से बीए किया था, यह उन छह कैदियों में से एक है, जिन्होंने ओएसओयू में दो वर्षीय MA (public administration) में नामांकन के लिए डाक्यूमेंट्स जमा किए हैं. सब्यसाची के साथ कुल चार कैदी और दो विचाराधीन कैदी (यूटीपी) परीक्षा देंगे. जेल प्रशासन सभी को अध्ययन सामग्री उपलब्ध करा रहा है. इसके साथ ही जेल में शिक्षक भी उनकी पढ़ाई में सहयोग कर रहे हैं.
पांडा सहित 6 कैदी कर रहे MA
बरहामपुर सर्कल जेल के अधीक्षक डीएन बारिक ने कहा, “हमने पांडा सहित छह कैदियों के डाक्यूमेंट्स जमा किए हैं जो पत्राचार पाठ्यक्रम के माध्यम से दो वर्षीय एमए (लोक प्रशासन) कोर्स में एडमिशन लेने के इच्छुक हैं. उनकी हर तरीके से पढ़ाई में मदद की जाएगी.
जेल में मौजूद टीचर सनातन खिल्लर ने कहा, “उनके एडमिशन के बाद, उन्हें स्टडी मटेरियल उपलब्ध करा दिया जाएगा, और कैदी सेल्फ स्टडी की मदद से ही परीक्षा में शामिल होंगे.
कौन है कुख्यात नक्सली सब्यसाची?
सब्यसाची, जिसे शरत उर्फ सुनील के नाम से भी जाना जाता है, ओडिशा में माओवादी पार्टी का प्रमुख नेता था और पुलिस को उसकी तलाश थी. उसके ऊपर 5 लाख रुपये का इनाम था. पांडा को 18 जुलाई 2014 को बरहमपुर में गिरफ्तार किया गया था और तब से वह जेल में बंद हैं. वह प्रदेश् के अलग-अलग जिलों में 130 से अधिक माओवादी-संबंधी मामलों में आरोपी है. एक स्थानीय अदालत ने उसे देश में हिंंसा फैलाने के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनाई है.