इंदौर के एक अस्पताल में चूहों के हमले में 2 नवजातों की मौत पर आक्रोश अभी थमा भी नहीं है कि अब एक यात्री ने एयरपोर्ट पर चूहे के काटने का दावा किया है. मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि एयरपोर्ट टर्मिनल में आराम कर रहे यात्री के पैंट में चूहा घुस गया था. एयरपोर्ट अथॉरिटी ने जख्मी यात्री को एक इंजेक्शन और एंटीबायोटिक गोलियां दीं. बाद में बेंगलुरु पहुंचकर यात्री ने एंटी रैबीज का इंजेक्शन लगवाया.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एक आईटी इंजीनियर बेंगलुरु जाने के लिए पत्नी के साथ इंदौर एयरपोर्ट पर पहुंचे. फ्लाइट में थोड़ी देर होने पर वह टर्मिनल के ग्राउंड फ्लोर पर पड़े एक सोफे पर लेट गए, तभी एक चूहा ने उनके पैंट में घुसकर घुटने के पास काट लिया.
पत्नी ने हंगामा किया तो एयरपोर्ट प्रबंधन आनन फानन में चूहे के काटे यात्री को इमरजेंसी रूम ले गया. जहां डॉक्टर ने यात्री को एक इंजेक्शन और एंटीबायोटिक गोलियां दीं.देवी अहिल्याबाई होल्कर एयरपोर्ट के डायरेक्टर विपिनकांत सेठ ने बताया कि यात्री को संभवतः चूहे ने काटा था और उसे तुरंत उचित उपचार दिया गया. उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद हमने हवाई अड्डे परिसर में एक बार फिर कीट नियंत्रण अभियान चलाया है.
जबकि मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि डॉक्टर के अनुसार यात्री को टिटनेस के अलावा रैबीज का इंजेक्शन भी लगाया जाना था, लेकिन एयरपोर्ट पर वह उपलब्ध नहीं था. इसके बाद बेंगलुरु जाकर यात्री ने इंजेक्शन लगवाया.
बता दें कि 31 अगस्त और 1 सितंबर की रात को इंदौर के सरकारी महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (MYH) के आईसीयू में चूहों के हमले में स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित 2 नवजात बच्चों की मौत हो गई थी.
घोर लापरवाही के आरोपों का सामना कर रहे एमवायएच प्रशासन ने दावा किया है कि ये मौतें चूहों के काटने से संबंधित नहीं थीं. दोनों नवजात शिशुओं की मृत्यु जन्मजात स्वास्थ्य समस्याओं के कारण पहले से मौजूद गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के कारण हुई.