YS Sharmila Reddy: आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) की अध्यक्ष वाई एस शर्मिला रेड्डी ने गुरुवार (07 नवंबर) को विजयवाड़ा में आयोजित “लालटेन रैली” का नेतृत्व किया. रैली का उद्देश्य राज्य में बढ़ी हुई बिजली दरों का विरोध करना था. एपीसीसी कार्यालय से शुरू होकर इंदिरा गांधी सर्कल तक जाने वाली इस रैली में हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक शामिल हुए. शर्मिला रेड्डी ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि “एडजस्टमेंट चार्जेज” के नाम पर जनता पर अनुचित बोझ डाला गया है जिसके चलते बिजली दरों में 40% तक की बढ़ोतरी हुई है.
रैली को संबोधित करते हुए शर्मिला रेड्डी ने राज्य सरकार की आलोचना की और कहा, “लोग अब अंधेरे में रहने के लिए मजबूर हो गए हैं. उन्हें दैनिक जीवन के कामकाज के लिए अब लालटेन खरीदनी पड़ रही है. स्थिति इतनी खराब हो गई है कि लोगों का बुरा हाल है.” उन्होंने ये भी कहा कि वाईएसआर कांग्रेस सरकार के दौरान भी राज्य की बिजली दरों में वृद्धि हुई थी, लेकिन अब एनडीए गठबंधन सरकार उसी दिशा में कदम बढ़ा रही है जिससे आम आदमी पर आर्थिक दबाव और बढ़ है.
कांग्रेस ने वाईएसआरसीपी और गठबंधन सरकार में समानता को लेकर उठाए सवाल
शर्मिला रेड्डी ने वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) और वर्तमान गठबंधन सरकार की नीतियों में कोई अंतर न होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “दोनों सरकारों के बीच कोई फर्क नहीं है. ये पाप वाईएसआर कांग्रेस का है. जब दोनों सरकारें समान शोषणकारी नीतियां अपनाती हैं तो जनता को न्याय कैसे मिलेगा?” शर्मिला रेड्डी ने दोनों सरकारों के रवैये की तुलना करते हुए यह सवाल उठाया कि यदि वाईएसआरसीपी की गलतियां हैं तो उसकी सजा आम जनता को क्यों दी जा रही है?
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की बिजली दरों में भारी अंतर
शर्मिला रेड्डी ने बिजली दरों में बढ़ोतरी पर चर्चा करते हुए बताया कि पहले आंध्र प्रदेश में प्रति यूनिट की कीमत 4 रुपए थी जो अब बढ़कर 8 रुपए तक पहुंच गई है. वहीं तेलंगाना में बिजली की कीमत 4.80 रुपए प्रति यूनिट है. उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश के नागरिकों को इस बढ़ी हुई दरों का बोझ नहीं उठाना चाहिए. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि निजी कंपनियों को किए गए अवैध भुगतान के कारण उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ डाला गया है.
महंगाई और बिजली दरों पर जनता का असंतोष
रैली और शर्मिला रेड्डी के तीखे बयानों ने राज्य में बढ़ती महंगाई और बिजली दरों को लेकर जनता के असंतोष को और हवा दी है. माना जा रहा है कि कांग्रेस के नेतृत्व में ये आंदोलन अब और तेज हो सकता है क्योंकि राज्य के लोग महंगाई और अधिक बिजली दरों से काफी परेशान हैं. शर्मिला रेड्डी ने यह भी कहा कि यदि वाईएसआरसीपी ने गलतियां की हैं तो उसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए ताकि जनता को न्याय मिल सके.