पाकिस्तान के आतंकी करतूतों का पर्दाफाश करने के लिए विदेशी दौरे पर गए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा है कि अब महात्मा गांधी का भी देश ऐसी हरकत होने पर अपने दूसरे गाल को आगे नहीं करेगा और प्रतिक्रिया देगा.
पनामा में बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बुधवार को आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृढ़ रुख की पुष्टि की और कहा कि देश दूसरा गाल नहीं आगे करेगा तथा किसी भी हमले का जवाब देगा.
पनामा में भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए थरूर ने महात्मा गांधी की शिक्षा पर जोर दिया कि बिना किसी डर के जीना चाहिए. थरूर ने कहा, “उन्होंने (महात्मा गांधी ने) हमें स्वतंत्रता के लिए हमारे संघर्ष में अपने साहसी नेतृत्व में यह भी सिखाया कि हमें हमेशा अपने अधिकारों के लिए खड़ा होना चाहिए. हमें हमेशा उन मूल्यों के लिए खड़ा होना चाहिए जिन पर हम विश्वास करते हैं, और हमें बिना किसी डर के जीना चाहिए. डर से मुक्ति ही वह चीज है जिसके लिए हमें भारत में इन दिनों उन दुष्ट लोगों के बुरे हमलों के खिलाफ लड़ना है जिन्हें दुनिया आतंकवादी कहती है, लेकिन जो मानते हैं कि हमारे देश में आकर, निर्दोष लोगों को मारकर और फिर से भागकर वे किसी तरह किसी बड़े राजनीतिक या धार्मिक उद्देश्य को हासिल कर लेंगे. ”
कांग्रेस सांसद ने कहा कि यह ऐसी चीज नहीं है कि इसके आगे कोई भी स्वाभिमानी देश झुक जाएगा, और यहां तक कि महात्मा गांधी की धरती भी ऐसा होने पर दूसरा गाल नहीं बढ़ाएगी, हम इसका जवाब देंगे. ऑपरेशन सिंदूर के बारे में आगे बोलते हुए थरूर ने भारत के ऑपरेशन के दौरान मारे गए आतंकवादियों का अंतिम संस्कार करने के लिए पाकिस्तानी सेना की आलोचना की.
थरूर ने कहा कि, “जब हमने आतंकी मुख्यालय पर हमला किया, तो कुछ लोग मारे गए और निश्चित रूप से इनका अंतिम संस्कार भी किया गया. उस अंतिम संस्कार में कुछ बहुत ही प्रमुख लोग मौजूद थे, कम से कम एक व्यक्ति ऐसा था जिसका नाम संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध समिति द्वारा सूचीबद्ध किया गया था. वे पाकिस्तानी सेना और पुलिस के सबसे उच्च स्तर के वर्दीधारी लोग थे जो आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में शोक मना रहे थे.
उन्होंने कहा कि यह वह देश है जो अब कहता है कि हम निर्दोष हैं. हमने ऐसा नहीं किया. आप उन लोगों के लिए शोक नहीं मनाते जिन्हें आप नहीं जानते.
कांग्रेस सांसद ने पाकिस्तान के पहलगाम हमले का मकसद बताते हुआ कहा कि, “यह आतंकवादी कार्रवाई उन कुटिल उद्देश्यों की पूर्ति के लिए की गई थी, जिन्हें दुर्भाग्य से केवल पाकिस्तानी सेना हमारे देश को कमजोर करने, कश्मीरी अर्थव्यवस्था को कमजोर करने के लिए करना चाहती है, जो पर्यटन के कारण फल-फूल रही थी.
थरूर ने कहा कि मुझे मेरे मित्र वाशिंगटन में भारतीय राजदूत ने बताया कि कश्मीर के पहलगाम में कोलोराडो के एस्पेन की तुलना में अधिक पर्यटक आते हैं.
थरूर के नेतृत्व वाले इस प्रतिनिधिमंडल में शांभवी चौधरी (लोक जनशक्ति पार्टी), सरफराज अहमद (झारखंड मुक्ति मोर्चा), जीएम हरीश बलयागी (तेलुगु देशम पार्टी), शशांक मणि त्रिपाठी, तेजस्वी सूर्या, भुवनेश्वर कलिता ( भाजपा), मल्लिकार्जुन देवड़ा (शिवसेना), अमेरिका में पूर्व भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू और शिव सेना सांसद मिलिंद देवड़ा शामिल हैं.