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बीजापुर में अब पत्रकार मुकेश चंद्राकर का अस्थि कलश फोड़ा, बिखेरी अस्थियां

पत्रकार मुकेश चंद्राकर का अस्थि कलश तोड़ दिया. अस्थि कलश तोड़कर अस्थियां बिखेर दी. ऐसा दावा दिवंगत पत्रकार मुकेश चंद्राकर के भाई यूकेश चंद्राकर ने किया है. उन्होंने ऑफिशियल एक्स (ट्विटर) पर टूटे हुये अस्थि कलश का फोटो भी शेयर किया है.

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उन्होंने कहा कि आज मुकेश के अस्थि विसर्जन की रस्म पूरी की जानी थी. यूकेश ने यह भी दावा किया है कि उनको भाई मुकेश को अधमरा होने तक पीटने के बाद शरीर पर बुलडोजर चला दिया गया था. उन्होंने कहा कि क्या हम इंसान हैं?

3 जनवरी को सैप्टिक टैंक में मिली थी लाश

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के रहने वाले मुकेश चंद्राकर बस्तर इलाके में फ्रीलांस जर्नलिज्म करने के लिए पहचाने जाते थे. वह एनडीटीवी इंडिया के लिए पत्रकारिता किया करते थे.

 

बस्तर जंक्शन नाम का उनका खुद का यूट्यूब चैनल भी था. 24 दिसंबर को उन्होंने एनडीटीवी के पत्रकार नीलेश त्रिपाठी के साथ मिलकर बस्तर में 120 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन सड़क की खराब गुणवत्ता को लेकर रिपोर्टिंग की थी.

कहा जाता है कि इस बात से नाराज ठेकेदार सुरेश चंद्राकर ने अपने भाइयों रितेश और दिनेश चंद्राकर के साथ मिलकर मुकेश की हत्या कर दी. मुकेश 1 जनवरी की शाम से ही लापता थे.

3 जनवरी को उनकी लाश ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के मजदूरों के लिए बने आवासीय परिसर स्थित एक सैप्टिक टैंक से मिली थी.

मुख्य आरोपी सहित कुल 4 लोग गिरफ्तार हुये

पुलिस ने मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर सहित 4 लोगों को हिरासत में लिया है.

सुरेश चंद्राकर के भाई रितेश और दिनेश चंद्राकर को भी गिरफ्तार किया है. इनका मुंशी भी हत्याकांड में संलिप्त था. आऱंभिक जांच के आधार पर पता चला है कि जिस सैप्टिक टैंक में मुकेश की लाश मिली, उस अहाते के कमरा नंबर 11 में मुकेश की हत्या की गयी थी.

हत्या की प्लानिंग 4 दिन पहले ही की गयी थी.

मुकेश को लोहे की रॉड से पीटा गया था. उसकी खोपड़ी में 15 फ्रैक्चर था. 5 पंसलियां टूट गयी थी. दिल के 2 टुकड़े हो गये थे वहीं लीवर 4 हिस्सों में बंट गया था. पुलिस की जांच जारी है. इसे लेकर देशभर में रोष भी व्यक्त किया गया था.

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