मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने विपक्ष पर आर्थिक तख्तापलट की साजिश रचने का आरोप लगाया है. मुइज्जू का कहना है कि उनकी सरकार को गिराने की साजिश रचने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार को मालदीव के सरकारी बैंक ऑफ मालदीव (BML) ने एमवीआर अकाउंट से जुड़े मौजूदा और नए डेबिट कार्ड से विदेशी लेनदेन पर रोक लगा दी थी. इसके साथ ही स्टैंडर्ड और गोल्ड क्रेडिट कार्ड की मासिक लिमिट भी घटाकर 100 डॉलर तक कर दी थी. हालांकि, इस फैसले को कुछ ही घंटे के भीतर वापस ले लिया गया.
मुइज्जू ने सोमवार रात सत्तारूढ़ पीपुल्स नेशनल कांग्रेस की बैठक में कहा कि उन्हें जैसे ही स्थिति का पता चला, उन्होंने अपने मंत्रियों के साथ मिलकर बैंक के मुद्दे का समाधान खोजने के लिए काम किया. बैंक का फैसला उनकी सलाह के खिलाफ था. बैंक ऑफ मालदीव के फैसले की घोषणा उनके आदेश के बावजूद की गई. अब इसकी जांच की जा रही है.
राष्ट्रपति मुइज्जू ने कहा कि कुछ चुनिंदा लोगों ने पूरी रणनीति के तहत आर्थिक तख्तापलट का प्रयास किया. जो भी यहां हुआ, थोड़ा सोच-विचार करने के बाद पूरा मामला समझ आ जाएगा. यह बिना किसी संदेह के तख्तापलट का ही प्रयास था.
उन्होंने कहा कि कई लोगों ने यह सवाल उठाया है कि सरकार के नियंत्रण वाले बैंक ने ऐसा फैसला क्यों लिया? लेकिन वे यह नहीं जानते कि बीएमएल के निदेशक बोर्ड में सरकार का बहुमत नहीं है. मौजूदा समय में केवल चार सरकारी निदेशक हैं. बाकी के पांच निदेशक सरकार से जुड़े नहीं हैं इसलिए हमारे पास बहुमत नहीं है. हमने दो डायरेक्टर्स नॉमिनेट किए हैं. लेकिन उनकी नियुक्ति में कुछ हफ्तों का समय लगेगा.
विपक्ष ने कहा कि सरकार के आरोप बेतुके
इस बीच मुख्य विपक्षी मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी के चेयरमैन फैयाज इस्माइल ने कहा कि इन घटनाक्रमों से पता चलता है कि राष्ट्रपति मुइज्जू की सरकार के भीतर ही तख्तापलट का प्रयास हो रहा था. बाहरी ताकतों की इसमें कोई भूमिका नजर नहीं आती.
हालांकि, उन्होंने विपक्ष पर तख्तापलट के आरोप लगाने के मुइज्जू के आरोपों को बकवास बताते हुए कहा कि गड़बड़ी सरकार के भीतर ही है. अंदर ही अंदर कुछ हो रहा है. अगले कुछ दिनों में हमें तख्तापलट देखने को मिल सकता है.
उन्होंने कहा कि जब किसी देश का मुखिया ही यह आरोप लगाए कि जिस बैंक पर उनका नियंत्रण हैं, उसने विपक्ष के साथ मिलकर तख्तापलट की साजिश रची है, तो यह बैंक ऑफ मालदीव के खिलाफ बड़ा आरोप है. बता दें कि मुइज्जू को अपने चीन समर्थित झुकाव के तौर पर जाना जाता है. उन्होंने पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी.