ओडिशा सरकार ने एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए सरकारी और प्राइवेट, दोनों क्षेत्रों में काम करने वाली सभी महिला कर्मचारियों के लिए एक दिन के लिए ‘पीरियड लीव’ की घोषणा की है. ये घोषणा 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा द्वारा की गई है. इस नई नीति के तहत, हर महिला कर्मचारी अपने पीरियड के एक दिन पहले या दूसरे दिन, एक दिन की छुट्टी ले सकती है. इस पहल का उद्देश्य मासिक धर्म (Menstrual Leave) के दौरान महिलाओं द्वारा अनुभव की जाने वाली शारीरिक और भावनात्मक चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, उन्हें समर्थन प्रदान करना है.
ଆଜି ପବିତ୍ର ୭୮ତମ ସ୍ୱାଧୀନତା ଦିବସ ଅବସରରେ କଟକର ବାରବାଟୀ ପଡ଼ିଆରେ ଆୟୋଜିତ ଜିଲ୍ଲା ସ୍ତରୀୟ ସ୍ୱାଧୀନତା ଦିବସ ସମାରୋହରେ ଯୋଗ ଦେଇ ଜାତୀୟ ପତାକା ଉତ୍ତୋଳନ କରିବା ଏବଂ ଅଭିବାଦନ ଗ୍ରହଣ କରିବା ମୋ ପାଇଁ ଅତ୍ୟନ୍ତ ସୌଭାଗ୍ୟର ବିଷୟ। pic.twitter.com/Xg1Zrp8hQs
— Pravati Parida (@PravatiPOdisha) August 15, 2024
उपमुख्यमंत्री परिदा ने कहा, “आज जब हम स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहे हैं, हम महिलाओं के लिए एक ऐसा कदम उठा रहे हैं जो कार्यस्थल पर सहानुभूति और समर्थन को सुनिश्चित करता है. सरकार की ये नीति महिलाओं की स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता देने में एक महत्वपूर्ण कदम है.”
परिदा ने कहा कि ये नीति तुरंत प्रभाव से लागू होगी. इसे भारत में एक प्रभावी प्रयास के रूप में देखी जा रही है. इसे एक बेहतर प्रयास के रूप में देखा जा रहा है, जो ओडिशा को मासिक धर्म समानता यानी Menstrual Equity के क्षेत्र में एक नेता के रूप में स्थापित करता है. इस पहल का उद्देश्य महिलाओं के लिए एक कलेक्टिव और अच्छा कार्यस्थल वातावरण की दिशा में एक वैश्विक आंदोलन को प्रोत्साहित करना है.
इस निर्णय पर महिलाओं के अधिकारों के समर्थकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली हैं. प्रसिद्ध महिला अधिकार कार्यकर्ता अनुराधा बिस्वाल ने कहा, “ये एक महत्वपूर्ण विकास है जो जेंडर-इक्वैलिटी, काम करने वाली जगहों की नीतियों के महत्व को उजागर करता है. ये महिलाओं को कठिन समय के दौरान आवश्यक समर्थन और सम्मान प्रदान करता है.”