डीडवाना – कुचामन, भारतीय जनता युवा मोर्चा नागौर देहात के जिला संयोजक डॉ. मनीष कुमार ओझा ने महाराष्ट्र में प्रवासी राजस्थानी मूल के नागरिकों पर मराठी भाषा न बोल पाने के कारण हो रहे कथित हमलों को गंभीरता से लेते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सख्त कार्रवाई की मांग की है.
डॉ. ओझा ने अपने पत्र में लिखा है कि हाल ही में महाराष्ट्र राज्य के विभिन्न भागों से अत्यंत दुखद व चिंताजनक समाचार मिल रहे हैं, जिनमें बताया गया है कि वहाँ निवास कर रहे प्रवासी राजस्थानियों को सिर्फ इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वे मराठी भाषा नहीं बोल पाते। उन्होंने कहा कि यह न केवल संविधान में प्रदत्त भाषाई विविधता के अधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि एक शांतिप्रिय समुदाय को डराने-धमकाने का भी कुत्सित प्रयास है.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
डॉ. मनीष ओझा ने पत्र में यह भी बताया कि रोजगार, व्यवसाय और सेवा के लिए राजस्थान से गए लाखों नागरिक अब इन घटनाओं के चलते भयभीत और असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने चेताया कि यदि महाराष्ट्र जैसा प्रगतिशील और संवैधानिक मूल्यों में विश्वास रखने वाला राज्य भी इस प्रकार की संकीर्णता का शिकार बनेगा, तो यह राष्ट्रीय एकता और आपसी भाईचारे के लिए भी घातक सिद्ध हो सकता है.
उन्होंने मुख्यमंत्री से तीन प्रमुख मांगें की हैं:
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इन घटनाओं में शामिल असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
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प्रवासी राजस्थानी समाज को सुरक्षा और विश्वास प्रदान किया जाए।
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राज्य स्तर पर ऐसा संदेश प्रसारित किया जाए जिससे सभी समुदायों को समानता, सम्मान और सुरक्षा का अनुभव हो।
डॉ. ओझा ने मुख्यमंत्री से सकारात्मक पहल और शीघ्र कार्रवाई की अपेक्षा जताई है, ताकि राजस्थान से गए नागरिकों को राहत मिल सके और ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.