Indian Railway News: भारतीय रेलवे ने वेटिंग और सीट की टेंशन से यात्रियों को बचाने के लिए खास प्लान बनाया है. रेलवे एक विशेष अभियान पर काम कर रहा है, जिससे यात्रियों की सारी सिरदर्दी खत्म हो जाएगी. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार (5 जुलाई, 2024) को बताया कि विशेष अभियान के तहत रेल यात्रियों के लिए करीब दस हजार कोचों के निर्माण को मंजूर दी गई है. ये कोच ढाई हजार जनरल ट्रेनों में जोड़े जाएंगे. उन्होंने बताया कि जनरल ट्रेनों की बढ़ती डिमांड को देखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है, ताकि पैसेंजर्स की यात्रा को सुविधाजनक और आरामदायक बनाया जा सके.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अगले दो साल में जनरल ट्रेन में 10 हजार कोच को जोड़ने का काम पूरा कर लिया जाएगा. आधे कोच 2025 तक और बाकी के आधे कोच उसके अगले साल 2026 तक ट्रेनों में जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. अश्विनी वैष्णव ने बताया कि विशेष अभियान के तहत 2026 तक 9,929 नॉन एसी कोच ट्रेनों में जोड़े जाएंगे. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार देशभर में रेलवे से जुड़े तमाम इंफ्रास्ट्रक्चर को आगे बढ़ाने पर फोकस कर रही है.
बनाई जा रहीं 50 नई अमृत भारत ट्रेनें
रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि 50 और अमृत भारत ट्रेनों का निर्माण शुरू हो चुका है. पिछले साल दो अमृत भारत ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मालदाह और दरभंगा में हरी झंडी दिखाई थी. दरभंगा-अयोध्या-आनंद विहार टर्मिनल एक्सप्रेस दिल्ली से बिहार तक चलती है और मालदा टाउन-सर एम. विश्वेशवराय टर्मिनस (बेंगलुरु) अमृत भारत ट्रेन पश्चिम बंगाल से बेंगलुरु के बीच चलती है. पिछले साल दिसंबर में दोनों ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया था.
मोदी सरकार ने पिछले कुछ सालों में यात्रियों के लिए कई नई और प्रीमियम ट्रेनों का निर्माण किया है, जिनमें अंतोदय और दीन दयाल से तेजस एक्सप्रेस, हमसफर एक्सप्रेस जैसी एसी चेयर कार और स्लीपर ट्रेनें शामिल हैं, जिनमें इकोनॉमी कोच भी हैं. इनके अलावा, रेलवे ने इलेक्ट्रिक एफिशिएंट ट्रेनों के निर्माण पर भी फोकस बढ़ाया है. वंदे भारत एक्सप्रेस के बाद भारतीय रेलवे छोटी दूरी की इंटरसिटी वंदे भारत मेट्रो और लंबी दूरी के लिए वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का भी निर्माण किया जा रहा है, जिनमें यात्रियों को ओवरनाइट यात्रा के लिए प्रीमियम सर्विस भी मिलेंगी.