मध्य प्रदेश के रीवा शहर को लंबे समय से चली आ रही ट्रैफिक जाम और अतिक्रमण की समस्याओं से निजात मिलने वाली है. नगर निगम ने एक नई पहल करते हुए शहर के 13 प्रमुख चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे और साउंड सिस्टम लगाए हैं. अब नगर निगम कंट्रोल रूम या ट्रैफिक पुलिस दफ्तर से सीधे इन स्पीकरों के माध्यम से ट्रैफिक को नियंत्रित किया जाएगा और अतिक्रमण करने वाले ठेलों को हटाया जाएगा.
“यह गाड़ी किनारे करिए, ठेले वाले हटो…” जैसी आवाजें जल्द ही रीवा के चौराहों पर गूंजती सुनाई देंगी.
रीवा शहर में ट्रैफिक जाम और सड़कों पर ठेले वालों द्वारा किए गए अतिक्रमण एक बड़ी समस्या बन गए थे. खासकर व्यस्ततम समय में, शहर के प्रमुख चौराहे अक्सर वाहनों की लंबी कतारों और अव्यवस्थित ठेलों के कारण अवरुद्ध रहते थे. इससे न केवल आम जनता को परेशानी होती थी, बल्कि आपातकालीन सेवाओं के लिए भी आवागमन बाधित होता था. इस स्थिति को सुधारने के लिए एक प्रभावी समाधान की आवश्यकता महसूस की जा रही थी.
सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में लिया गया महत्वपूर्ण निर्णय
हाल ही में हुई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार किया गया. बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिनमें से एक प्रमुख निर्णय चौराहों पर ठेलों के कारण लगने वाले जाम को खत्म करना था. इसी निर्णय के तहत नगर निगम रीवा ने चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने और उन्हें साउंड सिस्टम से जोड़ने का काम शुरू किया. यह पहल शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है.
जानिए कैसे काम करेगी यह नई व्यवस्था
नगर निगम ने रीवा शहर के सर्वाधिक जाम वाले 13 स्थानों का चयन किया है. इन स्थानों पर कुल 52 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो चौराहों के हर कोने पर नज़र रखेंगे. इन कैमरों के साथ ही उच्च गुणवत्ता वाले साउंड सिस्टम भी लगाए गए हैं.
अब, नगर निगम के कंट्रोल रूम में बैठे अधिकारी इन कैमरों के माध्यम से चौराहों की लाइव निगरानी कर सकेंगे. जैसे ही किसी चौराहे पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनती है या कोई ठेले वाला अतिक्रमण करता पाया जाता है, कंट्रोल रूम से सीधे उस व्यक्ति को स्पीकर के माध्यम से निर्देशित किया जाएगा. यह व्यवस्था वास्तविक समय में ट्रैफिक को मैनेज करने और नियमों का उल्लंघन करने वालों को तुरंत हटाने में मदद करेगी.
यह नई व्यवस्था निश्चित रूप से रीवा की ट्रैफिक समस्याओं को कम करने में सहायक होगी. हालांकि, इसकी सफलता नागरिकों के सहयोग और नगर निगम व ट्रैफिक पुलिस के निरंतर प्रयासों पर निर्भर करेगी. इस पहल से शहर में यातायात का प्रवाह बेहतर होगा, जिससे आवागमन सुगम और सुरक्षित बनेगा. उम्मीद है कि यह कदम रीवा को एक व्यवस्थित और स्मार्ट शहर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा.