हाल ही में केरल सरकार ने मानव और वन्यजीव संघर्ष से संबंधित मुआवजा देने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इन नए नियमों के तहत, यदि वन्यजीवों के हमले में किसी की संपत्ति को नुकसान पहुंचता है तो उसे एक लाख रुपए तक का मुआवजा दिया जाएगा. वहीं, अगर किसी व्यक्ति के सांप के काटने से मृत्यु हो जाती है तो उनके परिवार को चार लाख रुपए का मुआवजा मिलेगा
यह फैसला राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की कार्यकारी समिति ने लिया है, जिसकी अध्यक्षता राज्य के मुख्य सचिव शारदा मुरलीधरन ने की. पहले, सांप के काटे जाने पर हुई मृत्यु को मुआवजे की सूची में शामिल नहीं किया गया था, लेकिन अब सरकार ने इसे भी शामिल कर दिया है.
इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर बनाया गया
वन विभाग ने राज्य और विभागीय स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का भी निर्णय लिया है, जिसके लिए 3 करोड़ 72 लाख रुपए का बजट आवंटित किया गया है. यह राशि एक बार में दी जाएगी और इसके जरिए आपातकालीन संचालन केंद्रों के कार्यों और रख-रखाव को सुनिश्चित किया जाएगा.
वन्यजीवों के हमलों बढ़ रहे
राज्य में हाल के दिनों में वन्यजीवों के हमलों की घटनाएं बढ़ी हैं. हाथियों, बाघों और तेंदुओं के हमले की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. कुछ समय पहले भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी मिन्नू मणि के रिश्तेदारों पर भी वन्यजीवों का हमला हुआ था. मिन्नू मणि की मां के भाई की पत्नी राधा की तेंदुए के हमले में जान चली गई थी. हाल ही में, इडुक्की में एक 45 वर्षीय सोफिया इस्माइल नामक एक महिला को भी हाथी ने कुचलकर मार डाला था.
सरकार का कदम
केरल सरकार का यह कदम उन परिवारों के लिए राहत का कारण बनेगा, जिन्होंने वन्यजीवों के हमलों में अपने प्रियजनों को खो दिया है या जिनकी संपत्ति को नुकसान हुआ है. राज्य सरकार ने इस समस्या से निपटने के लिए उच्च अधिकारियों की एक समिति बनाई है, जो इन घटनाओं को रोकने के लिए योजनाएं तैयार करेगी.
यह फैसला वन्यजीवों और मानव जीवन के बीच संतुलन बनाए रखने की दिशा में एक अच्छा कदम है, जिससे न केवल मानव जीवन का, बल्कि वन्यजीवों का भी संरक्षण सु
निश्चित हो सके.