कानपुर में हाइवे पर महिला की सिरकटी न्यूड डेड बॉडी मिलने के मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने पुलिस की उस थ्योरी पर भी सवाल उठाए जिसमें कहा गया कि हो सकता है कि एक्सीडेंट में युवती की मौत हुई हो. हालांकि, प्रथमदृष्ट्या रेप के बाद हत्या की आशंका जताई जा रही है. फिलहाल, पुलिस घटना की जांच-पड़ताल कर रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, कानपुर पुलिस ने बीते गुरुवार को बताया कि दिल्ली-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर 40 वर्षीय महिला का अर्धनग्न शव मिला है, जिसका सिर आंशिक रूप से फटा हुआ है. पुलिस ने कहा कि जिस परिस्थिति में शव मिला है, उसके आधार पर संभावना है कि पीड़िता के साथ रेप किया गया और फिर उसकी हत्या कर शव को राजमार्ग पर फेंक दिया गया.
इस बीच डीसीपी (दक्षिण) रवींद्र कुमार ने कहा कि यह भी संभव है कि पीड़िता की मौत सड़क दुर्घटना में हुई हो. उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस के अलावा फोरेंसिक विशेषज्ञ भी मौके पर पहुंचे और जांच के लिए दांत और हड्डियों के टुकड़े एकत्र किए.
उठ रहे ये सवाल
हालांकि, पुलिस की इस थ्योरी पर कई सवाल उठ रहे है, जैसे- अगर एक्सीडेंट हुआ तो महिला का सिर कहां गायब हो गया. शरीर पर एक भी कपड़ा क्यों नहीं था. सुबह घर से निकलने के दो ढाई घंटे तक महिला कहां थी. वह हाइवे के दूसरी ओर कैसे पहुंची? अगर किसी वाहन ने टक्कर मारी तो मौके पर कोई कांच या निशान क्यों नहीं मिला.
इन सभी सवालों पर एडिशनल कमिश्नर का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिसके बाद चीजें साफ हो पाएंगी. हो सकता है कुछ गाड़ियों के गुजर जाने के बाद कपड़े हट गए हों, गाड़ी के ऊपर चढ़ा जाने के बाद सिर कुचल गया हो, ऐसी तमाम चीज जांची करी जा रही है. परिजन जो भी तहरीर देंगे उस हिसाब से मुकदमा दर्ज करके जांच की जाएगी.
अखिलेश यादव ने क्या कहा?
अखिलेश ने ‘एक्स’ पर लिखा- उत्तर प्रदेश में महिला अपराध की एक और दिल दहला देने वाली घटना में कानपुर के हाइवे पर एक महिला की सिर कटी, निर्वस्त्र लाश का मिलना है. मृतका के साथ हुई बेरहम हिंसा और असीम शारीरिक पीड़ा दिये जाने के जो सबूत मिले हैं, नैतिकता कहती है उनका उल्लेख न किया जाए. मृतका के साथ हर संभव प्रताड़ना व दुष्कर्म के बाद हत्या करने की जो आशंका प्रकट की जा रही है, उस दिशा में निष्पक्ष जांच हो और अपराधियों को चिन्हित कर, ऐसा दंड दिया जाए जो मृतका को न्याय दिलवा सके और पुलिस व सरकार को धता बताते हुए जो अपराध को अंजाम देते हैं, उनके मन में भय उत्पन्न करे, जिससे ऐसे महिला-अपराधों की पुनरावृत्ति न हो. आशा है भाजपा सरकार राजनीति से ऊपर उठकर इसकी जांच करवाएगी।
पुलिस की जांच जारी
डीसीपी रवींद्र कुमार ने कहा- हमने आसपास के 104 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी और तीन वीडियो में महिला की पहचान करने के बाद सफलता हासिल की. वह सर्विस लेन और हाइवे पर अकेली चलती दिख रही थी. पास के अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में शव मिलने से कुछ घंटे पहले ही हाइवे की ओर सर्विस लेन पार करते हुए महिला दिखाई दी. पुलिस ने बताया कि जिस स्थान पर शव मिला, वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है. पुलिस मृतक महिला के घर पहुंची, जो शव मिलने के स्थान से करीब 4 किलोमीटर दूर है.
डीसीपी ने आगे बताया कि पीड़िता के पति ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी को सरवाइकल दर्द की शिकायत थी और वह कई रातों से सो नहीं पा रही थी. वह सुबह-सुबह अकेली बाहर गई थी, जबकि वह सो गया था और हो सकता है कि सड़क दुर्घटना में उसकी मौत हो गई हो. शव को शवगृह के फ्रीजर में रखा गया है और मौत के कारण की पुष्टि के लिए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
वहीं, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) हरीश चंदर ने बताया कि तीन डॉक्टरों का एक पैनल पोस्टमार्टम की निगरानी कर रहा है और पूरी कार्यवाही की वीडियोग्राफी की जा रही है. चंदर ने यह भी स्पष्ट किया कि महिला का सिर कटा होने की शुरुआती अफवाह गलत थी. उन्होंने कहा कि महिला का सिर बुरी तरह से फटा हुआ था और शव मिलने के स्थान से आगे सड़क पर कुछ मांस भी मिला था.