राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के सरकारी अस्पताल में एक डॉक्टर को अपने नर्सिंग स्टाफ को नोटिस देना महंगा पड़ गया. नोटिस मिलने से गुस्साया कर्मचारी बंदूक लेकर डॉक्टर के पास पहुंच गया. इतना ही नहीं उसने कमरा बंद कर डॉक्टर को धमकी भी दी.
बांसवाड़ा के एसपी हर्षवर्धन ने बताया कि पालोदा के सरकारी अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ. हिमांशु नंदा ने लोहारिया थाने में एक रिपोर्ट दर्ज करवाई है. रिपोर्ट के मुताबिक नर्सिंग कर्मचारी गुलाब कटारा और अभिषेक ड्यूटी के दौरान नदारद रहे थे. इसलिए उन्होंने लापरवाही का नोटिस जारी कर दोनों से जवाब मांगा. इस बात से दोनों नाराज हो गए.
कमरा बंद कर डॉक्टर को दी धमकी
डॉ. हिमांशु नंदा ने बताया कि 12 दिसंबर को वह ड्यूटी पर अस्पताल में थे. इसी दौरान नर्सिंग कर्मचारी गुलाब कटारा और अभिषेक ने धर्मशाला में कमरा आवेदन करने की एप्लीकेशन दी. इसे स्वीकार कर लिया गया. इसके बाद वे डॉक्टर को कमरा दिखाने के लिए ले गए और वहां पर कमरा बंद उन्हें जबरदस्त तरीके से धमकाया. जान से मारने की धमकी भी दी. जब बाकी कर्मचारियों ने देखा कि कमरा बंद है तो उन्होंने जबरदस्ती कमरा खुलवाया. इस बात की शिकायत डॉक्टर ने कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा अधिकारी से की.
सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई घटना
डॉक्टर के कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा अधिकारी से शिकायत करने के बाद 13 दिसंबर को दोपहर के समय नर्सिंग कर्मचारी गुलाब कटारा बंदूक लेकर सरकारी अस्पताल में पहुंच गया और डॉक्टर हिमांशु को ढूंढने लगा. उस समय डॉ. हिमांशु बांसवाड़ा गए हुए थे. लेकिन, यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई.
आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस
पूरे घटनाक्रम को लेकर एसपी हर्षवर्धन का कहना है कि आपसी विवाद के बाद बंदूक लेकर अस्पताल में जाना खतरनाक मामला है. मामला संज्ञान में आने के बाद जांच के आदेश दिए गए हैं. दोनों आरोपियों की तलाश में पुलिस की कई टीमें लगी हुई हैं.
‘जांच के बाद करेंगे विभागीय कार्रवाई’
इस मामले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राहुल ने बताया है कि एक कमेटी बनाई गई है, जिसमें वग भी सदस्य हैं. मामला बड़ा गंभीर है. जल्द ही जांच कर लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी.