मोटापा कम करने वाली दवा दे रही नई परेशानी: Ozempic Feet से लोग हो रहे परेशान..

वजन घटाने के लिए आजकल कई लोग ओजेम्पिक जैसी इंजेक्शन दवाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं. यह दवाएं उन लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं जो लंबे समय से मोटापे से जूझ रहे हैं. लेकिन हर दवा के कुछ न कुछ साइड इफेक्ट होते हैं. अब तक “ओजेम्पिक फेस” यानी चेहरे की त्वचा पर वजन घटाने का असर चर्चा में था, लेकिन अब “ओजेम्पिक फीट” भी एक नया साइड इफेक्ट सामने आया है. इसका असर पैरों की त्वचा, संरचना और चाल-ढाल पर भी पड़ सकता है. आइए विस्तार से जानते हैं कि क्या है ओजेम्पिक फीट और इससे कैसे बचा जा सकता है.

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डॉक्टरों के मुताबिक, जब वजन तेजी से घटता है, तो शरीर के कई हिस्सों में फैट की मात्रा कम हो जाती है. यही कारण है कि कुछ लोगों के चेहरे पर झुर्रियां, ढीलापन या उम्र से पहले बूढ़ा दिखने जैसा असर दिखता है, जिसे ‘ओजेम्पिक फेस’ कहा जाता है. ठीक इसी तरह पैरों में भी ऐसा असर देखा जा रहा है, जिसे “ओजेम्पिक फीट” कहा जा रहा है.

इसमें पैरों की त्वचा ढीली, झुर्रीदार और पतली हो सकती है. कुछ मामलों में पैरों की चर्बी कम होने की वजह से जूते ढीले लगने लगते हैं या चलने में दर्द और तकलीफ महसूस होती है. कुछ लोगों का जूता साइज भी बदल जाता है.

पैरों में दर्द और बदलाव क्यों होता है?

जब पैरों की चर्बी अचानक कम हो जाती है, तो तलवों में मौजूद फैट पैड्स भी खत्म होने लगते हैं. ये फैट पैड्स हमारे पैर के तलवों में गद्दे की तरह काम करते हैं और चलने के समय झटके को सहन करने में मदद करते हैं. जब ये कम हो जाते हैं तो ऐसा लगता है जैसे इंसान हड्डी पर चल रहा हो. इससे चलना, खड़ा रहना और यहां तक कि जूते पहनना भी मुश्किल हो जाता है. इसके अलावा, जब फैट की परतें घट जाती हैं तो नसें और टेंडन ज्यादा दिखाई देने लगते हैं, जिससे पैरों का लुक उम्रदराज़ जैसा हो जाता है.

कितना आम है यह साइड इफेक्ट?

फिलहाल “ओजेम्पिक फीट” से जुड़े मामलों पर बहुत सीमित डेटा है. डॉक्टर मानते हैं कि अभी इसकी रिपोर्टिंग कम हो रही है क्योंकि लोग अपने पैरों के बदलावों पर उतना ध्यान नहीं देते जितना चेहरे पर देते हैं. आने वाले सालों में जैसे-जैसे इस दवा का उपयोग बढ़ेगा, इस साइड इफेक्ट पर भी ज्यादा रिसर्च और रिपोर्ट्स सामने आएंगी.

डायबिटीज के मरीजों को सतर्क रहने की जरूरत

अगर किसी को पैरों में अचानक दर्द, जलन, सुन्नपन या त्वचा में कोई बदलाव महसूस हो तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए. खासकर डायबिटीज के मरीजों को सतर्क रहना चाहिए क्योंकि उनके लिए यह साइड इफेक्ट और ज्यादा गंभीर हो सकता है. कुछ दुर्लभ मामलों में यह नर्व डैमेज (तंत्रिका क्षति) भी कर सकता है.

रोकथाम क्या है?

डॉक्टर बताते हैं कि पैरों की त्वचा की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए हाइड्रेशन, स्किन केयर और सपोर्टिव फुटवियर का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है. अगर दर्द या असहजता ज्यादा हो तो ऑर्थोटिक इनसोल या पोडियाट्रिस्ट से सलाह लेना जरूरी है. ओजेम्पिक जैसी दवाएं वजन घटाने में बेहद कारगर हैं, लेकिन इसका असर पूरे शरीर पर पड़ सकता है. ओजेम्पिक फीट एक ऐसा साइड इफेक्ट है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए.

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