ओडिशा के पारादीप के नेहरू बंगला फिशिंग हार्बर में भीषण आग लग गई है, जिससे स्थानीय मछुआरों और व्यापारियों में हड़कंप मच गया है. आग इतनी तेज है कि इसमें 10 मछली पकड़ने वाली नावें जलकर खाक हो गईं हैं. फिलहाल आग लगने का सही कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है. आग बुझाने के लिए पारादीप और कुजंग से 8 अग्निशमन दल मौके पर पहुंचे हैं.
इसके अलावा, 5 पुलिस थानों के पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके. दमकलकर्मी लगातार आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं. अब तक किसी के आहत होने की खबर नहीं है, लेकिन मछुआरों को भारी नुकसान हुआ है. कई नावों के जलने से लाखों का नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है. प्रशासन पूरी घटना पर नजर बनाए हुए है और आग के कारणों की जांच कर रहा है.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
12 बड़ी नावें और पांच लंबे जहाज जलकर खाक
पारादीप-नेहरू बांग्ला मत्स्य बंदरगाह पर एक नाव में भीषण आग लग गई, जिससे 12 बड़ी नावें और पांच लंबे जहाज जलकर खाक हो गए. मछली पकड़ने वाले बंदरगाह में 650 बड़ी नावें और 400 टगबोट हैं. आग लगने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन इससे भारी नुकसान हुआ है. चूंकि नावों में फाइबर कोटिंग होती है और नाव में जाल, डीजल और गैस टैंक होते हैं. जिसके कारण आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया है.
आग बुझाने में जुटी फायर ब्रिगेड
सबसे पहले जेटी नंबर-1 पर मुमुकन आशीर्वाद नामक नाव में आग लग गई. बाद में यह फैल गया और अन्य बॉट्स को भी संक्रमित करने लगा. इफको, पारादीप पोर्ट, आईओसीएल, पीपीएल कंपनियों के दमकल वाहनों के साथ-साथ कुजांग और तिरतोल अग्निशमन विभाग के वाहन आग बुझाने की कोशिश में घटनास्थल पर मौजूद हैं.
आग लगने के बाद गैस टैंक फटा
प्रत्येक नाव में 3,000 लीटर से अधिक डीजल, ईंधन और गैस सिलेंडर होते हैं. आग लगने के बाद गैस टैंक फट गया, जबकि डीजल टैंक भी फट गया, जिससे आग और भड़क गई. पारादीप के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट निरंजन बेहरा, अतिरिक्त एसपी स्मृति रंजन कर और नगरपालिका अध्यक्ष घटनास्थल पर पहुंच गए हैं.