एक्टिंग में अपनी अदाकारी का लोहा मनवा चुके रवि किशन फिल्म इंडस्ट्री के साथ-साथ राजनीति में भी एक्टिव हैं. रवि किशन गोरखपुर से बीजेपी सांसद हैं. लेकिन यहां तक पहुंचना उनके लिए आसान नहीं था. रवि किशन ने अपनी जिंदगी में बहुत गरीबी देखी है. एक वक्त पर मिट्टी के घर में रहते थे. उनके पिता दूध की डेयरी चलाते थे.
रवि किशन कई इंटरव्यूज में अपनी पर्सनल लाइफ पर बात कर चुके हैं. एक बार उन्होंने बताया था कि एक दफा पैसे चोरी करने पर उनके पिता उनकी बहुत पिटाई कर दी थी. इतना मारा था कि उनको लगा था कि आज तो मर जाएंगे. उसके बाद एक्टर की मां ने उनको पैसे देकर कहा था कि घर से भाग जाओ.
मंदिर और पिताजी की डेरी से पैसे चुराते थे रवि किशन
एक बार इंडिया टीवी को दिए इंटरव्यू में रवि किशन ने कहा था, “हनुमान जी का मंदिर था और वहां पर शनिवार को पैसे चढ़ते थे. तब मैं भी मंदिर में जाकर फेरे लेता था, क्योंकि वहां पर सिक्के चिपके होते थे. वहां 5, 10, 20 पैसे के सिक्के चिपके होते थे. एक-एक राउंड लगाता था और एक बार में दो सिक्के मार लेता था. हनुमान जी को तिलक लगता था तो लोग उनके तिलक पर सिक्के चिपका कर जाते थे.” जब उनसे पूछा गया कि क्या वो पिताजी की दुकान से भी पैसे चुराते थे? रवि किशन ने इस बात को भी कबूला. उन्होंने कहा था “हां कई बार पैसे चुराए हैं.”
500 रुपये लेकर घर से भाग गया था
उन्होंने आगे कहा था, “पिता जी की दूध की दुकान थी तो वहां से भी पैसे चुराता था. लेकिन पिताजी मारते बहुत थे. उनके पास एक लेदर का पट्टा हुआ करता था, उससे मार पड़ती थी. इसलिए तो आज इतना मजबूत हूं. एक दिन मेरे पिताजी ने मुझे रामलीला में सीता बने हुए देखा लिया था. उस वक्त उन्होंने मुझे इतना मारा था कि मुझे लगा था मेरी मौत हो जाएगी. वो बहुत गुस्सैल थे, तब मेरी मां ने मुझे 500 रुपये दिए थे और मुझसे कहा था कि भाग जाओ यहां से नहीं तो तू नहीं बचेगा. अगर उस दिन मैं नहीं भागता तो शायद पिताजी मुझे मार देते. हालांकि वो मुझे नहीं मारते तो शायद आज मैं यहां नहीं होता. तो कहीं न कहीं उनका मारना अच्छा हुआ.” उस समय उनकी उम्र में 14-15 साल थी.