बसंत पंचमी हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है. इस खास मौके पर ज्ञान, कला और संगीत की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है. बसंत पंचमी से वसंत ऋतु की शुरुआत होती है. बसंत पंचमी को सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है और इस दिन मां सरस्वती को पीले चावल, मीठी बूंदी, राजभोग, बेसन के लड्डू, केसर रवा हलवा और मालपुआ का भोग लगाया जाता है. इसके अलावा कई जगहों पर बेर का भोग भी लगाया जाता है.
बता दें कि बेर एक ऐसा फल है, जिसका सेवन करने से हमें कई हेल्थ बेनेफिट्स मिलते हैं. डायबिटीज के मरीजों के लिए बेर बहुत ही फायदेमंद होता है क्योंकि ये ब्लड शुगर लेवल को संतुलित करने में मदद कर सकता है. नियमित रूप से बेर के सेवन से कॉन्स्टिपेशन की समस्या से भी निजात पाया जा सकता है. इसी क्रम में हम बेर को खाने के गजब फायदों के बारे में जानेंगे.
जानिए बेर खाने के फायदे
ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बनाने में मदद करता है: बेर पोटेशियम, फास्फोरस, मैंगनीज, आयरन और जिंक से भरपूर होता है. हार्ट हेल्थ के लिए ये सभी मिनरल्स बहुत जरूरी होते हैं. आयरन हीमोग्लोबिन काउंट में सुधार करने में मदद करता है जो बदले में एनीमिया को रोकता है. वहीं, ये सभी मिनरल शरीर में बेहतर ब्लड सर्कुलेशन बनाए रखने में मदद करते हैं.
बेर के सेवन से पाएं ग्लोइंग स्किन: बेर में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जिनकी मदद से आप ग्लोइंग स्किन पा सकते हैं. ये फल समय से पहले हो रही एजिंग को रोकने में मदद कर सकता है.
हड्डियों के लिए जरूरी: बेर हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत जरूरी है. सूखे बेर कैल्शियम, फॉस्फोरस का एक अच्छा स्रोत हैं जो हड्डियों की डेंसिटी को बनाएं रखने में मदद कर सकते हैं.
पेट के लिए है बेस्ट: फाइबर और कार्ब्स से भरपूर बेर एनर्जी का एक बड़ा स्रोत है, जो आपके मेटाबोलिज्म को बढ़ावा देने में मदद करता है और आपको पूरे दिन एक्टिव रखता है. इसमें कुछ मिनरल्स और विटामिन हैं जो इसे बहुत ही पौष्टिक बनाते हैं. इन्हें पचाना बेहद आसान होता है क्योंकि इनमें डाइटरी फाइबर होते हैं और इसलिए यह कब्ज को ठीक करने में मदद कर सकते हैं.
हालांकि, अगर आपको कोई गंभीर बीमारी है या बेर से एलर्जी है तो इसके सेवन से आपको परहेज करना चाहिए. साथ ही, हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है. ऐसे में जरूरी कि डाइट में कुछ भी नई चीज एड करने से पहले आप एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लीजिए.